बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को आखिर कौन नहीं जनता। वह कहते हैं की हमारा उद्देश्य किसी भी धर्म या समाज और किसी भी वर्ग की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था, और न ही कभी होगा। हम तो हमेशा से सनातन की एकता की तरफ हैं, फिर भी यदि किसी को हमारे किन्ही शब्दों से भावनाओं को ठेस पहुंची है तो उसके लिए हमें खेद है। हम सभी एक हिन्दू हैं और एक ही रहेंगे। हमारी एकता में शक्ति है।
जानकारी के लिए आपको बता दें, की सागर के बाद अब धीरेंद्र शास्त्री की कथा बिहार के नोबनपुर में होने जा रही है। यह कथा 13 मई 2023 से 17 मई 2023 तक होगी। पहले यह कथा गाँधी मैदान में होनी थी, लेकिन जिला प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। कथा से पहले कलश यात्रा जलधरी का आयोजन 12 मई को होगा। इसमें सभी श्रद्धालु पुनपुन नदी से कलश में जल भरकर कथा स्थल तक जायेंगे।
धीरेंद्र शास्त्री की यहां होने वाली कथा से राज्य की राजनीती में काफी गरमा - गर्मी हो रही है। शास्त्री के दौरे से पहले RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने अपने बयान में कहा की - बाबा बागेश्वर जैसे लोगों को जेल के अंदर होना चाहिए, लेकिन यह अफ़सोस की बात है की वह जेल के बाहर हैं। जिसका भी जी चाहता है वही बाबा बन जाता है।
आपको बता दें, की इससे पहले भी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने साईंबाबा पर एक विवादित बयान दिया था। वहीं कुछ महीने पहले भी शाष्त्री ने महाराष्ट्र में जब कथा की थी जब उस दौरान अंधविश्वास उन्मूलन समिति ने पंडित पर काफी गंभीर आरोप लगाए थे। साथ ही साथ समिति ने उन पर केस दर्ज करने की मांग भी उठाई थी। परन्तु महाराष्ट्र की पुलिस ने उनको क्लीन चिट दे दी थी।