Bihar: रेलवे में नौकरी देने का झासा देकर बदले में जमीन लेने के मामले में जांच की प्रक्रिया जारी है। इस बीच सीबीआई ने लालू परिवार के सभी सदस्यों के नाम खरीदी गई सभी संपत्तियों का ब्यौरा मांगा है। साल 2004 से 2009 के बीच रहे तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद,राबड़ी देवी, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद, तेज प्रताप एवं मीसा भारती समेत लालूयादव की सात बेटियों के नाम जितने भी संपत्ति खरीदी या उपहार की गई या लीज पर दी गई अचल संपत्ति का सारा विवरण सीबीआई ने मांगा है।
जांच एजेंसी के पुलिस अधीक्षक,आर्थिक अपराध अपराध इकाई ढढ्ढे ने राज्य के निबंधन महानिरीक्षक यांनी आईजी को पत्र भेजकर संपत्ति का विवरण उपलब्ध कराने को कहा है। इसके आलोक में सहायक निबंधन महा निरीक्षक मनोज कुमार संजय ने राज्य के सभी जिला अवर निबंधक को आदेश जारी किया है। जिसका सभी विवरण सीधे सीबीआई के पुलिस अधीक्षक के हाथों में देने को कहा गया है।
सीबीआई के अधीक्षक ने एक लेटर में लिखा है कि, रेलवे में नौकरी के बदले लेने वाली जमीन की जांच की जा रही है। इसके लिए साल 2004 से 2009 के बीच बिहार में लालू प्रसाद एवं उनके परिवार के सभी सदस्यों के नाम से खरीदी गई या गिफ्ट की गई या लीज पर दी गई सभी अचल संपत्तियों की जांच बेहद जरूरी है। साथ ही लालू प्रसाद की विवाहित सात बेटियों और उनके पति के नाम पर ली गई संपत्ति या उपहार में दी गई या लीज पर दी गई सभी संपत्ति का ब्यौरा उपलब्ध कराने को कहा है।
गौरतलब है कि, इससे पहले भी ईडी ने लालू यादव समेत परिवार के 8 सदस्यों यानी करीबी भोला यादव और चार कंपनियों की कुल संपत्ति का विवरण मांगा गया था।
लालू प्रसाद, राबड़ी देवी,तेजस्वी प्रसाद, तेजप्रताप,मीसा-भारती- पति शैलेश कुमार, रोहिणी आचार्य-पति समरेश सिंह, चंदा यादव-पति विक्रम सिंह, रागिनी यादव-पति राहुल यादव, धन्नू यादव उर्फ अनुष्का यादव-पति चिरंजीवी राव, हेमा यादव-पति विनित यादव, राज लक्ष्मी यादव-पति तेजप्रताप यादव शामिल है। First Updated : Wednesday, 17 May 2023