हाय रे बिहार! 24 घंटे में 5 तो 15 दिन में गिरे 11 पुल, बढ़ी नीतीश की टेंशन, SC पहुंचा मामला
Bihar Bridge Collapse: बिहार में पुलों के गिरने का सिलसिला सा चल पड़ा है. बुधवार को तो सारण व सिवान में एक ही दिन में पांच पुल धराशाई हो गए. अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक जनहित याचिका में बिहार सरकार को राज्य के सभी मौजूदा और निर्माणाधीन पुलों का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का आदेश देने की मांग की गई है. बिहार के विभिन्न जिलों में पिछले 15 दिनों में 11 पुलों का ढहना सामने आया है.
Bihar Bridge Collapse: बिहार में पुलों के ढहने का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है,राज्य के लिए ये चिंताजनक बात हो गई है. बिहार के विभिन्न जिलों में पिछले 15 दिनों में 11 पुलों का ढहना सामने आया है. यहां तक कि कुछ पुल अंग्रेजों के शासकीय काल से बचाव की हद तक खड़े थे, लेकिन अब वे नदी के जलस्तर बढ़ने के चलते ढह गए हैं. हैरान करने वाली बात तो ये है कि 24 घंटे के अंदर 5 पुल गिरे हैं.
बिहार में गिर रहे इन पुलों की घटनाओं पर विपक्ष ने सरकार पर जोरदार हमला बोला है. सीवान जिले में तीन पुलों के ढहने की खबर सबसे पहले आयी. महाराजगंज अनुमंडल के देवरिया गांव में एक पुल का पिलर धंस गया और पुल टूट गया, जो 40 साल पुराना था. तेवता पंचायत में एक और पुल बनाए गए 5 साल पहले टूट गया. धम्ही गांव में भी नदी के जल बहाव से पुल टूट गया.
बिहार में धराशायी होते पुल
वहीं बिहार के सारण जिले में भी दो पुलों के ढहने की खबर सामने आई है. छपरा में गंडक नदी पर स्थित एक पुल जो 100 साल पुराना था, वह टूट गया. इसी इलाके में एक और पुल भी ढह गया, जो अंग्रेजों के जमाने से खड़ा था. बता दें कि इन पुलों के ढहने की घटनाओं ने विपक्ष को मौका दिया है सरकार पर हमला करने के लिए. तेजस्वी यादव ने सरकार को निशाने पर लिया है.
🚨 Every other day, there is news regarding the collapse of bridges in Bihar in the past two weeks. Scary! pic.twitter.com/53uWAb0X3H
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) July 4, 2024
सबसे पहले अररिया में गिरा पुल
18 जून से ही बिहार में पुलों के टूटने का सिलसिला जारी है. पहले अररिया में बकरा नदी पर निर्माणाधीन पुल ढह गया था, तो 22 जून को सीवान में गंडक नदी पर बना पुल गिर गया. 23 जून को पूर्वी चंपारण में निर्माणाधीन पुल गिया, तो 27 जून को बिहार के किशनगंज में कंकाई और महानंदा नदी को जोड़ने वाली एक छोटी सहायक नदी पर बन रहा पुल ध्वस्त हो गया. इसी दिन मधुबनी जिले में भी एक पुल टूटा तो 30 जून को भी किशनगंज में एक पुल ढह गया था.
नीतीश सरकार ने दिया सख्त आदेश
अब इस पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने संज्ञान लिया है. एक बैठक ने ग्रामीण कार्य विभाग पुलों के रखरखाव के लिए पथ निर्माण विभाग की तरह मेंटेनेंस पॉलिसी बनाएगी. बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को इसे लेकर निर्देश दिए हैं.नीतीश कुमार ने बुधवार को पथों एवं पुलों के रखरखाव को लेकर समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए बड़ी संख्या में पथों एवं पुलों का निर्माण कराया गया है.
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला
इतना ही नहीं पुल गिरने की बढ़ती घटनाओं का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में राज्य में मौजूद और हाल के वर्षों में हुए छोटे बड़े पुलों के सरकारी निर्माण का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का आदेश देने की गुहार लगाई गई है.याचिका में कहा गया है कि बिहार में पुलों की सुरक्षा के लिए समिति जैसे स्थायी निकाय का गठन किया जाए. बृजेश सिंह की याचिका में कहा गया है कि पिछले दो सालों में दो बड़े पुलों और छोटे मझौले कई पुलों के निर्माणाधीन या बनने के फौरन बाद गिरने, ढहने और बहने की घटनाएं सामने आई हैं.