History: आखिर कैसे तबाह हो गई दुनिया की प्राचीन यूनिवर्सिटी

Bihar News : नालंदा यूनिवर्सिटी बिहार में स्थित है जो अब सिर्फ पर्यटन स्थल बनकर रह गई है. लेकिन एक वक्त था जब यह दुनिया की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी थी.

Nalanda University : आज के समय में माता-पिता अपने बच्चों को बेस्ट एजुकेशन देने के लिए हजारों-लाखों पैसे खर्च करते हैं. लोग अपने बच्चों को हायर स्टडी के लिए अमेरिका, चीन, कनाडा जैसे देशों में भेजते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं? एक समय था जब दूसरे देशों से लोग पढ़ने के लिए भारत आते थे. जी हां हम बात कर रहे हैं दुनिया की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी नालंदा की. जो कि भारत के राज्य बिहार में स्थित है.

शिक्षा का केंद्र था नालंदा

नालंदा यूनिवर्सिटी बिहार की राजधानी पटना से लगभग 120 किलोमीटर दूर स्थित है. इसकी स्थापना 450-470 ई. में गुप्त शासक कुमारगुप्त ने की थी. उस समय भारत ही नहीं बल्कि चीन, जापान, तुर्की, इंडोनेशिया समेत कई देशों से स्टूडेंट्स पढ़ाई करने आते थे. जानकारी के अनुसार नालंदा में 300 से अधिक क्लास हुआ करती थी.

वहीं 9वीं से 12वीं शताब्दी में इस विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त थी. साथ ही नालंदा में 9 मंजिला लाइब्रेरी थी जिसमें इतनी बुक्स रखी हुई थीं. जिन्हें गिनना मुश्किल था. कहा जाता है कि यहां पर हर विषय से संबंधित किताबें मौजूद थीं. यहां पर लिटरेचर, एस्ट्रोलॉजी, साइकोलॉजी, लॉ, एस्ट्रोनॉमी, साइंस, इतिहास जैसे विषय पढ़ाए जाते थे.

नालंदा यूनिवर्सिटी पर किया था आक्रमण

सन् 1199 में तुर्क आक्रमणकारी बख्तियार खिलजी ने नालंदा यूनिवर्सिटी में आग लगवा दी थी. जिसके बाद यह पूरी तरह जल कर नष्ट हो गया था. लेकिन इसकी लाइब्रेरी में इतने किबातें थीं कि पूरे तीन महीने तक आग जलती रही थी. कहा जाता है कि खिलजी एक बार बीमार हो गया था, हकीमों ने बहुत उपचार किया तब भी वो ठीक नहीं हुआ, फिर नालंदा के आयुर्वेद विभाग के प्रमुख आचार्य राहुल श्रीभद्रजी को बुलाया गया.

खिलजी ने उनसे कहा कि तुम्हें मेरा इलाज करना है लेकिन शर्त यह है कि मैं हिंदुतानी दवाई का सेवन नहीं करूंगा. उसने कहा अगर मैं ठीक नहीं हुआ तो आचार्य को मार दूंगा. जिसके बाद आचार्य ने चुपके से कुरान के पेजों पर दवाई लगा दी थी और खिलजी से कहा था कुरान को पढ़िए और वो ठीक हो गया था. लेकिन फिर उसे गुस्सा आया कि हकीम कुछ नहीं कर पाए और भारतीय वेदों का ज्ञान श्रेष्ठ क्यों हैं. फिर उसने नालंदा को तबाद कर दिया था.

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30 July 2023, 05:28 PM IST

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