Karpuri Thakur Jayanti: प्रत्येक साल 4 जनवरी को बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई जाती है. वहीं आज उनकी 100वीं जयंती मनाई जा रही है. दरअसल वे सामाजिक न्याय के वाहक माने जाते हैं, 70 के दशक में वह उनकी शादियों में जाना अधिक पसंद करते थे जो अंतरजातीय विवाह करते थे. सीएम रहते हुए उन्होंने अपनी सादगी को नहीं छोड़ा, आज पूरा देशवासी उनकी सादगी की चर्चा करता है. आज हम आपको उनके जीवन की कुछ घटना बताते हैं.
70 के दशक की बात है जब बिहार के पटना में विधायकों एवं पूर्व विधायकों को सरकार निजी आवास के लिए जमीन दे रही थी. इस दौरान उनके मंत्रियों ने खुद कर्पूरी ठाकुर से कहा कि, आप भी अपने आवास के लिए जमीन ले लीजिए. जिस बात से उन्होंने साफ इनकार कर दिया था. जिसके बाद एक विधायक ने उनसे कहा कि, जमीन नहीं लीजिएगा तो आपके बाल-बच्चा कहां रहेंगे? जिस बात का जवाब देते हुए कर्पूरी ठाकुर ने कहा कि अपने गांव में रहेंगे.
भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर जब पहली बार उपमुख्यमंत्री बने थे और मुख्यमंत्री बने थे, तो उन्होंने अपने बेटे रामनाथ को पत्र लिखा था, वहीं उस पत्र में वह हमेशा तीन ही बातें लिखा करते थे.
1- तुम इससे प्रभावित नहीं होना की तुम्हारा पिता सीएम है.
2- कोई लोभ लालच दे तो उसकी बात में मत आना.
3- तुम अगर किसी के बात में आकर कोई गलत काम करोगे, तो मेरी बदनामी होगी.
दरअसल 80 के दशक के समय बिहार विधानसभा की बैठक चल रही थी. उस दौरान सीएम कर्पूरी ठाकुर विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता हुआ करते थे. विधानसभा की कार्यवाही में ब्रेक होने के बाद उन्हें लंच के लिए अपने आवास जाना था, जल्दी पहुंचने के लिए उन्होंने एक पत्र की सहायता से अपने ही दल के एक विधायक से कुछ समय के लिए उनकी जीप मांगी थी. जिसके बाद विधायक ने उन्हें जवाब में लिखा कि, मेरी जीप में तेल नहीं है. दो बार सीएम रहने के बावजूद भी कर्पूरी ने खुद के लिए कार तक नहीं खरीदी.
आपको बता दें कि, दो बार सीएम रहे कर्पूरी ठाकुर अपने जीवनकाल मे रिक्शे से सफर किया करते थे. क्योंकि उनका जमीर उन्हें कार खरीदने, घर लेने की से रोकता था. जब कर्पूरी ठाकुर इस दुनिया को छोड़ कर चले गए तो, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा उनके गांव पहुंचे थे, वहां जाने के बाद उनका घर देख कर सीएम रोने लगे. दरअसल कर्पूरी ठाकुर का घर झोपड़ी का था, उन्होंने अपने पूरे जीवन काल में एक घर भी खुद के लिए नहीं बनवाया. इतना ही नहीं किसी तरह की कोई संपत्ति तक नहीं खरीदी. First Updated : Wednesday, 24 January 2024