Bihar Politics: बिहार के 16 कांग्रेस विधायक रविवार 4 फरवरी को हैदराबाद पहुंचे हैं. शनिवार से सभी विधायक दिल्ली में थे. सोमवार के दिन तीन और कांग्रेस के विधायक हैदराबाद जाएंगे. बिहार के कांग्रेस विधायक तेलंगाना के हैदराबाद हवाईअड्डे पर एकत्र हुए. बिहार में नवनिर्वाचित NDA सरकार का शक्ति परीक्षण 12 फरवरी को होने की संभावना है.
बिहार कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ सौरव ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि, "मैं हैदराबाद नहीं गया क्योंकि निर्वाचन क्षेत्र में बहुत सारे काम चल रहे हैं. मुझे उनके साथ जाने के लिए कहा गया था (विधायक हैदराबाद गए थे) लेकिन मैंने जाने से इनकार कर दिया यहां निर्वाचन क्षेत्र में काम के कारण... वे वहां गए हैं क्योंकि कांग्रेस ने वहां (तेलंगाना) नई सरकार बनाई है. निश्चित रूप से, अगर मुझे (किसी भी पार्टी कार्यक्रम के लिए) बुलाया जाएगा तो मैं जाऊंगा. हम निश्चित रूप से भाग लेंगे कोई पार्टी कार्यक्रम है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि, "यह अच्छा है कि उन्हें हैदराबाद ले जाया गया है. विधायक दौरा करेंगे और नवाबों के शहर (हैदराबाद) को देखेंगे. हमारे पास 128 विधायक हैं इसलिए हमें उनकी जरूरत नहीं हैं. हमें कांग्रेस और आरजेडी के समर्थन की जरूरत नहीं है. जनता के बल पर 2020 में NDA की सरकार बनी है.''
बिहार कांग्रेस के विधायकों को हैदराबाद ले जाए जाने पर शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, ''जिस तरह से (बिहार में) सरकार गिराई गई है, ये लोग अपनी सरकार बनाने के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार हैं. विधायकों को खरीदना है'' बीजेपी का हिस्सा बनें, यह उनके चुनाव अभियान का हिस्सा बन गया है. चाहे कांग्रेस पार्टी हो या आरजेडी, वे सभी ऐसे कदम उठाएंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके विधायकों को किसी न किसी तरह से समर्थन मिले.
बिहार विधानसभा की 243 सीटों में RJD के पास 79 विधायक हैं. वहां कांग्रेस के पास 19 CPI (ML) के पास 12, CPI के पास 2, CPI (M) के पास 2 और AIMIM के पास एक सीट है. NDA गठबंधन के पास बिहार में इस समय बहुमत है. भाजपा के पास 78 विधायक, JDU के पास 45 विधायक हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के पास 4 और निर्दलीय विधायक 1 है.
First Updated : Sunday, 04 February 2024