Bihar News: शिक्षिका अपने 35 रुपये गायब होने पर बच्चों को लेकर पहुंची कसम खिलाने मंदिर, जानें पूरा मामला
Bihar News:बिहार से एक ऐसा मामला सामने आ रहा है जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे. जहां एक टीचर ने 35 रुपये गायब होने पर बच्चों को कसम खिलाने के लिए मंदिर ले पहुंची .इतना ही नहीं बच्चो को शिक्षिका ने डूबकी लगाने पर भी मजबूर किया.
हाइलाइट
- बच्चों की कराई जेब चेक.
- डुबकी लगाने पर किया बच्चों को मजबूर.
Bihar News: बिहार की रहने वाली एक शिक्षिका ने पर्स से 35 रुपये गायब होने पर बच्चों को दुर्गा मंदिर ले जाकर वहां कसम खिलाई और बच्चों को डूबकी लगाने पर मजबूर किया. किसी बच्चे को कसम खिलाने लगी तो किसी को डुबकी लगाने के लिए कहने लगी. स्कूल की शिक्षिका नीतू कुमारी पर यह आरोप लगा है. यह मामला बुधवार का है. गुरुवार को इस मामले में परिजनों ने स्कूल मे बवाल खड़ा कर दिया.आइए जानें क्या है पूरा मामला?
शिक्षिका को हटाने की मांग
गुरुवार की सुबह काफी संख्या में बच्चों के अभिभावक और ग्रामीण स्कूल पहुंच गए. कसम खिलाने की बात को लेकर बवाल करने लगे. विद्यालय में तनाव जैसी स्थिति हो गई. घटना की सूचना मिलते ही रजौन बीआरसी से बीआरपी संजय झा, बीपीएम गौरव कुमार और केआरपी भूपाल पूर्वे विद्यालय पहुंचे आक्रोशित ग्रमीणों को समझाया, लेकिन गुस्से में ग्रामीण और बच्चों के परिजन शिक्षिका पर सख्त कार्रवाई की मांग की.
डुबकी लगाने पर किया बच्चों को मजबूर
विद्यालय प्रधान सुभाषिनी कुमारी से शिक्षिका नीतू कुमारी को स्कूल से हटाने की मांग करने लगे हालांकि लोगों को समझाया गयाकि हटाना उनके क्षेत्र का कार्य नहीं है. इसके लिए शिकायत की जाएगी जांच करने पहुंची टीम को बच्चों ने बताया कि उनसे कसम खाने को कहा गया. डुबकी लगाने के लिए कहा गया है.
बच्चों की कराई जेब चेक
शिक्षिका ने रुपये न मिलने पर विद्यालय में उपस्थित 105 बच्चों की जांच कराई . इसके बाद भी पैसे नहीं मिले तो विद्यालय स्थित दुर्गा मंदिर में सभी बच्चों को ले जाकर बारी-बारी से कसम खिलाई थी. इसकी सूचना जब बच्चों के अभिभावकों को मिली तो विद्यालय परिसर आकर उन्होंने हंगामा किया. अभिभावक दोषी शिक्षिका को विद्यालय से हटाने की मांग कर रहे थे. इस मामले को लेकर पदाधिकारी कुमार पंकज ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर आरोपित शिक्षिका को उक्त विद्यालय से हटा दिया गया है. उनके स्थान पर दूसरे शिक्षक को प्रतिनियुक्त किया जाएगा. जिसके बाद जिला मुख्यालय को भी पत्र लिखा जा चुका है.