Bihar Caste Census: बिहार के कास्ट सर्वे पर सवाल उठाने वालों को तेजस्वी का जवाब, कहा- जिन्हें समस्या हैं वो केंद्र से करवा लें
जाति के आँकड़ों पर बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि, जाति आधारित जनगणना साल 1931 में हुई थी. उस दौरान राज्य में यादवों की संख्या 11 प्रतिशत थी.
Tejashwi Yadav: बिहार में जातिगत रिपोर्ट आने के बाद राजनीति गर्मा गई है, विपक्षी दलों द्वारा रिपोर्ट पर सवाल उठाने के बाद अब राज्य के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का जवाब सामने आया है. उन्होंने कहा कि अगर किसी प्रकार की जाति में आंकड़ों में फेरबदल करना होता तो सीएम नीतीश अपनी जाति के लोगों का आंकड़ा बढ़ा देते. सहरसा में एक पार्टी प्रोग्राम में बोलते हुए तेजस्वी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं.
लास्ट बार जातीय जनगणना 1931 में हुई थी
जाति के आँकड़ों पर बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि, जाति आधारित जनगणना साल 1931 में हुई थी. उस दौरान यादवों की संख्या 11 प्रतिशत थी और समय बिहार का हिस्सा झारखंड, ओडिशा भी था. यह सच है कि बिहार में यादवों की संख्या काफी ज्यादा है, यह बात जातीय जनगणना से भी सिद्ध कर दी है. उप मुख्यमंत्री ने जातीय जनगणना को लेकर एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उन्हें आंकड़ों में कोई कमी दिख रही है तो वह केंद्र को कहकर फिर से गणना करा लें.
भाजपा ने अपनी सहयोगी पार्टियों को नुकसान पहुंचाया: DCM तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा अपने सभी सहयोगी गुटों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लोजपा के दो टुकड़े कर दिए. साथ ही परिवार के भी दो टुकड़े करके रख दिए. तेजस्वी ने यह भी कहा कि सरकार लोगों को जनता के पैसे से जेड प्लस सुरक्षा दी जा रही है, यह बिल्कुल गलत है... जनता का पैसा बर्बाद किया जा रहा है.