इस्लाम में भाई बहनों की शादी से महिला थी परेशान, हिंदू लड़के से शादी कर अपनाया सनातन धर्म
मामला बिहार से आया है. जहां की रहने वाली संभा परवीन ने एक हिंदु लड़के से विवाह करके अपना धर्म परिर्वतन कर लिया. अब वह इस्लाम को छोड़कर सनातन धर्म अपना चुकी है और संभा से पुनम बन गई है. तो आइए आपको विस्तार से बातते है कि आखिर मामला क्या है.
शादी किसी भी धर्म में बहुत पवित्र बंधन माना जाता है. इस्लाम में होने वाली शादी यानी निकाह के रिवाज की बात करें तो इस मजहब में चचेरे भाई-बहन के बीच निकाह हो सकता है. दुनिया के सभी देशों में इसकी इजाजत है. इस धर्म को मानने वालों में ऐसे करोड़ों जोड़े होंगे जिन्होंने अपने कजिन से शादी की होगी. लेकिन इस से परेशान होकर एक महिला ने सनातान धर्म चुनने का फैसला लिया और हिंदू लड़के से विवाह करके संभा परवीन से पुनम बन गई. ताजा मामला बिहार से आया है. जहां की रहने वाली संभा परवीन ने एक हिंदु लड़के से विवाह करके अपना धर्म परिर्वतन कर लिया. अब वह इस्लाम को छोड़कर सनातन धर्म अपना चुकी है और संभा से पुनम बन गई है. तो आइए आपको विस्तार से बातते है कि आखिर मामला क्या है.
इस्लाम में भाई की बहनों से शादी से महिला थी परेशान
ये मामला बिहार के औरंगाबाद जिले के जगदीशपुर का है. जहां की रहने वाली संभा परवीन ने अपने प्रेमी शिवम वर्मा के साथ विवाह कर लिया. संभा ने इस्लाम धर्म को छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया है और पूनम बन गई है. लड़की का प्रेमी बलिया जिले का रहने वाला है. इन दोनों ने सुभाष नगर स्थित अगस्त मुनि आश्रम में सात फेरे लिए और साथ जीने मरने की कसम खाई. संभा बनी पूनम ने बताया कि वो इस्लाम धर्म में भाई की बहनों से शादी को लेकर काफी परेशान थी. जिसके वजह से उसने सनातन धर्म अपनाने के फैसला लिया और अपने प्रेमी शिवम वर्मा के साथ विवाह किया.
कई देशों में परिवार के भीतर शादी को प्राथमिकता
मुस्लिम देशों के साथ ही वेस्ट एशिया के कई देशों में परिवार के भीतर ही शादी जाती है. ये ऐसी परंपरा है, जिसके पीछे का एक तर्क ये भी है कि मिडिल-ईस्ट के देशों में राजशाही और कबीलाई व्यवस्था आज भी प्रभावी है. ऐसे में इस व्यवस्था को बनाए रखने के लिए परिवार के भीतर ही शादी को अहमियत देने का चलन रहा है. वहीं इस्माल के सबसे पवित्र ग्रंथ कुरान में भी चचेरी बहन से शादी की अनुमति दी गई है.