अमित शाह की हत्या की रची गई साजिश! अमृतपाल सिंह की लीक चैट से खुलासा, सामने आया आतंक का ब्लूप्रिंट
शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने अमृतपाल सिंह का एक कथित ऑडियो जारी किया है, जिसमें उसके गैंगस्टर जयपाल भुल्लर से कथित संबंधों का जिक्र है. मजीठिया ने आरोप लगाया कि अमृतपाल आपराधिक गतिविधियों और डकैती में शामिल रहा है.

पंजाब के खडूर साहिब से सांसद और 'वारिस पंजाब दे' संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह एक बार फिर गंभीर आरोपों में घिरते नजर आ रहे हैं. असम के डिब्रूगढ़ जेल में नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत बंद अमृतपाल सिंह अब कथित रूप से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की हत्या की साजिश रचने के मामले में फंसते दिख रहे हैं.
20 अप्रैल 2025 को सोशल मीडिया पर 'वारिस पंजाब दे टीम' नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप की लीक चैट्स सामने आईं, जिनमें 600 से अधिक सदस्य थे. इन चैट्स में इन नेताओं को "टारगेट" करने की बात कही गई थी, जो कथित तौर पर अमृतपाल की NSA डिटेंशन को लेकर बदले की भावना से जुड़ी थी.
व्हाट्सएप ग्रुप में 'एक्सीक्यूशन' की बात
इन लीक चैट्स में जहां एक तरफ राजनीतिक नेताओं को निशाना बनाने की बातें हुईं, वहीं दूसरी ओर विदेशी फंडिंग और हथियारों की खरीद की योजना भी सामने आई. पंजाब पुलिस ने इस मामले में दो लोगों बलकार सिंह और पवनदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत FIR दर्ज की है. पुलिस ने तीन संदिग्धों की पहचान की है जो इस ग्रुप से सीधे तौर पर जुड़े थे.
NIA जांच की मांग
शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने एक ऑडियो क्लिप जारी की है, जिसमें कथित रूप से अमृतपाल सिंह गैंगस्टर जयपाल भुल्लर से रिश्तों और डकैती जैसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की बात कबूलते नजर आ रहे हैं. मजीठिया ने कहा, 'यह सिर्फ अमृतपाल की बात नहीं है, यह पंजाब की सुरक्षा का सवाल है. पुलिस को अब चुप नहीं रहना चाहिए.' उन्होंने पूरे मामले की जांच NIA से करवाने की मांग की है.
सियासत, अलगाववाद और सुरक्षा
अमृतपाल सिंह को अप्रैल 2023 में एक महीने तक चली गिरफ्तारी मुहिम के बाद पकड़ा गया था. वह खुद को खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरांवाले की तरह प्रस्तुत करता है. उनके समर्थकों का दावा है कि उन पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से राजनीतिक हैं, जबकि उनके आलोचक, जिनमें रवनीत बिट्टू भी शामिल हैं, इसे पंजाब को अस्थिर करने की साजिश करार दे रहे हैं. बिट्टू के दादा पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या भी चरमपंथियों ने ही की थी.
पंजाब की सुरक्षा पर उठे गंभीर सवाल
यह मामला केवल एक राजनीतिक नेता के खिलाफ नहीं, बल्कि पंजाब की सुरक्षा और स्थिरता को लेकर भी गहन चिंता पैदा करता है. लीक चैट्स ने यह संकेत दिए हैं कि कुछ ताकतें राज्य को एक बार फिर अस्थिर करने की कोशिश में लगी हैं. अब यह देखना होगा कि जांच एजेंसियां इस साजिश की परतों को कितनी जल्दी और कितनी गहराई से उजागर करती हैं.


