जम्मू-कश्मीर में BJP नेता ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और जम्मू-कश्मीर के गुरेज से पूर्व निर्दलीय विधायक फकीर मोहम्मद खान ने बृहस्पतिवार को कथित तौर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली. अधिकारियों ने बताया कि 62 वर्षीय खान ने श्रीनगर के तुलसीबाग सरकारी क्वार्टर में खुद को गोली मारी, जिससे उनकी मौत हो गई.

भारतीय जनता पार्टी के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व विधायक फकीर मोहम्मद खान ने आत्महत्या कर ली. घाटी में अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित गुरेज क्षेत्र के पूर्व विधायक फकीर ने गुरुवार को श्रीनगर के उच्च सुरक्षा वाले तुलसीबाग इलाके में अपने सरकारी आवास में कथित तौर पर खुद को गोली मार ली. पार्टी से जुड़े पदाधिकारियों ने भी इस घटना की पुष्टि की है.
पार्टी पदाधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि 62 वर्षीय फकीर मोहम्मद खान ने अपने सरकारी आवास पर खुद को गोली मार ली. उनके निधन की खबर मिलते ही जम्मू-कश्मीर विधानसभा में शोक व्यक्त किया गया.
आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं
बताया जा रहा है कि खान ने क्वार्टर नंबर 9ए में अपने एक पीएसओ की सर्विस राइफल से कथित तौर पर खुद को गोली मार ली, जिसके बाद वह खून से लथपथ हो गए और वहीं गिर पड़े. हालांकि, उन्हें तुरंत श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल ले जाया गया, जहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. भाजपा प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि पूर्व विधायक की मौत आत्महत्या के कारण हुई है. हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि फकीर मोहम्मद ने यह कदम क्यों उठाया. पुलिस ने आत्महत्या स्थल के आसपास की परिस्थितियों की जांच शुरू कर दी.
खान पिछले साल चुनाव हार गये थे.
उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज निवासी जुमा खान के पुत्र फकीर मुहम्मद खान घाटी के एक वरिष्ठ राजनेता थे. फ़कीर मुहम्मद खान ने 1996 में गुरेज से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और जम्मू और कश्मीर विधानसभा के लिए चुने गए.
2020 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल
फिर साल 2020 में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और पिछले साल 2024 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. विधानसभा चुनाव में फकीर मुहम्मद खान ने एक बार फिर गुरेज (एसटी) सीट से अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन वह नेशनल कॉन्फ्रेंस के नजीर अहमद खान गुरेजी से करीबी मुकाबले में 1,049 मतों के अंतर से हार गए.