MP Election 2023: प्रत्याशियों की सूची में अपना नाम देखकर क्यों दुखी हैं कैलाश विजवर्गीय, नहीं लड़ना चाहते थे चुनाव

MP Election 2023: भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार, (25 सितंबर) को अपनी दूसरी सूची जारी की. इस सूची में तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों का नाम शामिल हैं.

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MP Election 2023: इस साल के अंत में मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार, (25 सितंबर) को अपनी दूसरी सूची जारी की. इस सूची में तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों का नाम शामिल हैं. पार्टी द्वारा जारी की गई सूची में मंत्रियों और सांसदों का नाम देखकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा. वहीं अब भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने बड़ी बात कही है.

उन्होंने कहा कि मैं अंदर से दुखी हूं कि मुझे पार्टी ने विधानसभा चुनाव ने प्रत्याशी बनाया है. मेरा चुनाव लड़ने का एक फीसदी भी मन नहीं था. उन्होंने आगे कहा कि वे अब बड़े नेता हो गए हैं. उनका प्लान था कि वे इस विधानसभा चुनाव में रोजाना 4-5 जनसभा को संबोधित करते..हेलीकॉप्टर से प्रचार करते. अब वह जनता के बीच जाकर हाथ नहीं जोड़ना चाहते. 

'पिता होने की वजह से ऐसा सोचा'

गौरतलब है कि बीजेपी ने कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 विधानसभा (Indore-1 Assembly) से चुनावी मैदान में उम्मीदवार बनाया है. वे मालवा की राजनीति में एक बड़ा नाम होने के साथ-साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (National secretary General) भी हैं. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि एक पिता होने के नाते उन्हें अच्छा नहीं लगा कि बेटे का टिकट काटकर वे खुद चुनाव लड़ें.

विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं सोचता था कि मैं चुनाव क्यों लड़ू, क्योंकि आकाश ने इंदौर शहर में अपनी एक जगह बनाई है. मेरी वजह से उसका राजनीतिक अहित नहीं होना चाहिए, ऐसा मेरे मन में एक पिता होने की हैसियत से भाव चल रहा था.

बेटे के लिए छोड़ा था चुनावी मैदान

हालांकि, पार्टी के फैसले पर सहमति जताते हुए उन्होंने कि वह पार्टी के अनुशासित सिपाही हैं और जब पार्टी ने आदेश कर दिया है वे चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि इंदौर-1 सीट पर विकास की बहुत संभावनाए हैं. वहां मैं नहीं बल्कि भाजपा के कार्यकर्ता चुनाव लड़ेंगे. ये भी दिलचस्प है कि कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बेटे के लिए ही चुनाव लड़ना छोड़ा था. 

कांग्रेस के नेरेटिव को भाजपा ने किया खत्म

पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने ये भी साफ किया कि इस बार पार्टी किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं कर रही है. हम मोदी जी और सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. मध्यप्रदेश के संबंध में उन्होंने बताया कि राज्य में पार्टी का चेहरा कौन होगा इसके बारे में पार्टी आलाकमान ही बताएगा. कैलाश ने कहा-कांग्रेस ने जो नेरेटिव चलाया था कि हम राज्य में सरकार बना रहे हैं उसे भाजपा ने वरिष्ठ नेताओं को टिकट देकर खत्म कर दिया.
  First Updated : Wednesday, 27 September 2023