जिस हिंडनबर्ग ने हिलाया बाजार, उसके शेयर में ही है लोचा! BJP ने खोली पोल
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से एक बार फिर से भारतीय बाजार में तहलका मच गया है. इस बार इस अमेरिकी कंपनी ने अडाणी वाले मामले में सेबी अध्यक्ष को कुसूरवार ठहरा दिया है. पिछले दिनों पेश की गई रिपोर्ट के बाद से सेबी अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग भी होने लगी है. विपक्षी पार्टियां जमकर सरकार को घेर रही हैं. इस बीच भाजपा की तरफ से रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस की और उल्टा हिंडनबर्ग पर ही बड़ा आरोप लगा दिया.
BJP on Hindenburg Report: हाल ही में आई हिंडनबर्ग की एक और रिपोर्ट पर हिंदुस्तान में तहलका मच गया है. पिछली बार अडाणी ग्रुप पर तरह-तरह के आरोप लगाने के बाद इस बार हिंडनबर्ग रिसर्च ने SEBI अध्यक्ष पर आरोप लगा दिए हैं. जिसके बाद विपक्ष ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. अब इस पर भाजपा के दिग्गज नेता रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस की है और हिंडनबर्ग की यह रिपोर्ट भारतीय शेयर बाजार और अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाने के लिए पेश की गई है. इस दौरान रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी को भी आड़े हाथों लिया है.
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'आज हम कुछ मुद्दे उठाना चाहते हैं. हिंडनबर्ग में किसका निवेश है? क्या आप इस सज्जन (जॉर्ज सोरोस) को जानते हैं जो लगातार भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करते हैं. वे वहां के मुख्य निवेशक हैं. उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग के मुख्य निवेशक जॉर्ज सरोस भारत को लेकर अक्सर गलत बयानी करते हैं, वो कहते हैं कि भारत लोकतंत्र नहीं है, भारत सेफ नहीं है वगैरह वगैरह. वो तो यह चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी जी की सत्ता को बदलना चाहिए.
इस बीच कांग्रेस पर हमलावर होते हुए उन्होंने पूछा कि क्या चाहते हैं आप? उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मोदी से नफरत करते-करते आज हिंदुस्तान से ही नफरत करने लगी है. अगर भारत का शेयर बाजार गड़बड़ा जाता है, तो क्या छोटे निवेशक परेशान होंगे या नहीं?. कांग्रेस पार्टी की राजनीति में एक टूलकिट राजनीति है, दूसरी चिट राजनीति है. अगर परीक्षा में चिट मिलती है, तो कार्रवाई होती है. लेकिन कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं को जो चिट मिलती है, उसका क्या किया जाना चाहिए? वे पूरे शेयर बाजार को क्रैश करना चाहते हैं, छोटे निवेशकों के पूंजी निवेश को रोकना चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भारत में कोई आर्थिक निवेश न हो.'
उन्होंने बताया कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट शनिवार को जारी हुई है, रविवार को हल्ला मचता है ताकि सोमवार को पूरे कैपिटल मार्केट को अस्थिर कर दिया जाए. शेयरों के मामले में भी भारत एक सुरक्षित, स्थिर और आशाजनक बाजार है. यह सुनिश्चित करना SEBI की कानूनी जिम्मेदारी है कि बाजार सुचारु रूप से चले. जब SEBI ने जुलाई में अपनी पूरी जांच पूरी करने के बाद, जो कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की गई थी, हिंडनबर्ग के खिलाफ नोटिस जारी किया, तब अपने बचाव के पक्ष में कोई जवाब दिए बिना उन्होंने यह हमला किया है, यह बेबुनियाद हमला है.