BJP MLA Munirathna: महिला उत्पीड़न और रिश्वतखोरी के आरोप में भाजपा विधायक मुनिरत्ना गिरफ्तार किए गए हैं. कोर्ट ने उन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. भाजपा नेता पर दो अलग-अलग मामले भी दर्ज किए गए हैं. इस बीच उनके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराने वाली महिला ने चौंकाने वाला आरोप लगाया है. महिला का आरोप है कि, विधायक ने विधानसभा और सरकारी कार के अंदर उसके साथ बलात्कार किया. महिला ने अपनी शिकायत में विधायक पर कई बार रेप करने और हनी ट्रैप जैसे मामले में फंसाने का भी आरोप लगाया है.
पीड़िता ने दावा किया कि विधायक मुनिरत्न ने 2020 से 2023 के बीच उसके साथ बार-बार बलात्कार किया था. महिला ने ये भी आरोप लगाया है कि मुनिरत्न ने उसे एक प्रतिद्वंद्वी राजनेता के साथ सोने के लिए उसे मजबूर किया और उसका वीडियो रिकॉर्ड कर ब्लैकमेल करने के लिए इस्तेमाल किया.
पीड़िता ने बीजेपी विधायक मुनिरत्ना पर आरोप लगाया कि वह 2020 में श्री मुनिरत्न के संपर्क में आई थी. महिला ने बताया कि अप्रैल, 2020 में अपने मुत्याला नगर गोदाम में उसके साथ बलात्कार किया और दो दिन बाद बलात्कार का एक वीडियो भेजा और उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. महिला ने कहा कि उसे हनी ट्रैप में फंसाने में मदद करने के लिए मजबूर किया गया. पीड़िता ने एक महिला आईएएस अधिकारी पर भी आरोप लगाया है कि मुनिरत्न ने उसे एक वीडियो के जरिए ब्लैकमेल किया और बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) में कार्यरत एक महिला आईएएस अधिकारी के कहने पर उसे एक अन्य महिला को हनी ट्रैप में फंसाने में मदद करने के लिए मजबूर किया.
पीड़िता ने दावा किया कि विधायक मुनिरत्न ने उसे एक पूर्व भाजपा पार्षद के पति को फंसाने के लिए मजबूर किया, जिसके साथ उसका सार्वजनिक रूप से झगड़ा हुआ था. पीड़िता ने ये भी आरोप लगाया कि पार्षद के पति के साथ यौन संबंध बनाने के लिए भेजी गई महिला एड्स की मरीज है. उसने आगे दावा किया कि उसने कमरे में केवल छिपा हुआ कैमरा लगाया था. उसने आगे कहा कि विधायक ने पार्षद के बेटे को भी एड्स फैलाने में उसकी मदद मांग थी लेकिन उसने ऐसा करने से मना कर दिया.
महिला ने विधायक के छह सहयोगियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है जिसमें गनमैम भी शामिल हैं. महिला ने इन सभी पर अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है. महिला द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को बीजेपी के विधायक एन मुनिरत्ना ने खारिज कर दिया है लेकिन यह मामला अब SIT के अधीन है और जांच जारी है.