आत्मनिर्भर हुई BJP: 10 साल में पहली बार राज्यसभा में NDA को बहुमत देखें आंकड़े

Rajya Sabha Election Result: राज्यसभा की असम, बिहार, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, त्रिपुरा, तेलंगाना और ओडिशा में खाली हुई सीटों पर सीन क्लियर हो गया है. कुल 12 में से 9 सीटें बीजेपी को हासिल हुई हैं. यानी उसे 4 सीटों का फायदा हुआ है. वही 2 सीट बीजेपी के सहयोगियों ने जीती है. जबकि, कांग्रेस के खाते में एक सीट गई है. इस तरह से 10 साल बाद राज्यसभा में NDA को बहुमत मिल गया है.

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Rajya Sabha Election Result: राज्यसभा की 12 सीटों के लिए चुनाव आयोग ने उपचुनाव की घोषणा इसी महीने की थी और 3 सितंबर को वोटिंग होनी थी. नामांकन की अंतिम तारीख 21 अगस्त थी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 27 अगस्त थी. हालांकि, चुनाव कराने की नौबत नहीं आई है सभी उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं. इसमें बीजेपी ने 9 सीटों को अपने कब्जे में किया है. वहीं उसके सहयोगियों के पास 2 सीटें आई है. जबकि, कांग्रेस ने एक सीट को अपने खाते में डाला है. इसी तरह से 10 साल में पहली बार BJP ने राज्यसभा में बहुंत का आंकड़ा पा लिया है. आइये देखें आंकड़े.

राज्यसभा में सदस्यों की कुल संख्या 245 है, जिनमें से 8 सीटें खाली हैं. इनमें 4 जम्मू-कश्मीर से और 4 मनोनीत सदस्य शामिल हैं. सदन में फिलहाल 237 सदस्य हैं. इस तरह से बहुमत के लिए 119 सदस्यों की आवश्यकता है. बीजेपी सहयोगियों के साथ इस आंकड़े तक पहुंच गई है. ऐसे में उसे विधेयक पास कराने में अब दिक्कत नहीं होगी.

10 साल में पहली बार

राज्यसभा की 12 सीटों पर हुए उपचुनाव में सभी उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए, जिसमें एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को 11 सीटों पर सफलता मिली, जबकि कांग्रेस को एक सीट हासिल हुई. इस चुनाव के बाद राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ताकत बढ़ गई है और एनडीए बहुमत के करीब पहुंच गया है. यह 10 साल में पहली बार हुआ है जब एनडीए राज्यसभा में पूर्ण आत्मनिर्भरता हासिल कर रही है. इससे विधेयकों को पारित कराने में सहूलियत होगी.

कौन कहां से जीता

कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी तेलंगाना से राज्यसभा चुनाव जीतने में सफल रहे हैं. बीजेपी के अन्य सदस्यों में राजस्थान से रवनीत सिंह बिट्टूह, हरियाणा से किरण चौधरी, मध्य प्रदेश से जॉर्ज कुरियन, बिहार से मनन कुमार मिश्रा, महाराष्ट्र में धैर्यशील पाटिल, असम से रामेश्वर तेली और मिशन रंजन दास, ओडिशा से बीजेपी के ममता मोहंता और त्रिपुरा से राजीव भट्टाचार्य चुने गए हैं. बिहार से एनडीए के सहयोगी और राष्ट्रीय लोक पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा भी निर्विरोध चुने गए. महाराष्ट्र से एनसीपी के अजित गुट के नितिन पाटिल निर्विरोध चुने गए हैं.

NDA को बहुमत कैसे?

राज्यसभा में सदस्यों की कुल संख्या 245 है, जिनमें से 8 सीटें खाली हैं. इनमें 4 जम्मू-कश्मीर से और 4 मनोनीत सदस्य शामिल हैं. सदन में फिलहाल 237 सदस्य हैं और बहुमत के लिए 119 सदस्यों की आवश्यकता है. बीजेपी के 9 उम्मीदवारों की जीत के बाद, राज्यसभा में बीजेपी के सदस्यों की संख्या 96 हो गई है और उसके सहयोगी दलों के 16 सदस्य हैं. इस प्रकार, एनडीए के सदस्यों की संख्या 112 हो गई है. इसके बाद छह मनोनीत सदस्यों और एक निर्दलीय सदस्य के समर्थन के साथ, एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा छू लिया है.

किस पार्टी के कितने सदस्य? 

राज्यसभा में 250 सदस्य होते हैं. इनमें से 238 सदस्य चुने जाते हैं. बाकी 12 सदस्यों को राष्ट्रपति नॉमिनेट करते हैं. पिलहाल नॉमिनेट की संख्या 6 है. निर्दलीय और अन्य सदस्यों की संख्या 3 है. बाकी के सदस्य किसी न किसी पार्टी और गठबंधन का बिस्सा हैं.

NDA के पास

  • बीजेपी के 96
  • जेडीयू के 4
  • एनसीपी के 3
  • जेडीएस का एक
  • आरएलडी का एक
  • आरपीआई का एक
  • शिवसेना का एक
  • राष्ट्रीय लोक मोर्चा का एक

विपक्ष गठबंधन के पास

  • कांग्रेस के 27
  • टीएमसी के 13
  • आम आदमी पार्टी के 10
  • डीएमके 10
  • आरजेडी के 5
  • वाम मोर्चा के 6
  • समाजवादी पार्टी के 4
  • जेएमएम के 3
  • मुस्लिम लीग के 2
  • शरद पवार गुट के 2
  • उद्धव ठाकरे गुट के 2
  • केरल कांग्रेस(M) का एक
  • MDMK का एक

बिना गठबंधन के सदस्य

  • बीजेडी के 8
  • AIDMK के 4
  • बीआरएस के 4
  • YSRCP के 11
  • असम गाना परिषद का एक
  • बसपा का एक
  • मिजो नेशनल फ्रंट का एक
  • एनपीपी का एक
  • पीएमके का एक
  • TMC (M) का एक
  • UPP (L) का एक

क्या लाभ होगा?

इस चुनाव के परिणामस्वरूप, राज्यसभा में एनडीए के महत्वपूर्ण विधेयकों को पास करवाने के लिए दूसरी पार्टियों पर निर्भरता कम हो जाएगी. एनडीए को राज्यसभा में बहुमत मिलने से प्रमुख कानूनों पर मुहर लगने में सफलता मिल जाएगी. First Updated : Wednesday, 28 August 2024