'चंडीगढ़ चाल' दोहराने की कोशिश में BJP, दिल्ली में AAP और LG के बीच टकराव
दिल्ली में एक बार फिर AAP सरकार और उपराज्यपाल के बीच टकराव की स्थिति बनी है. यह मामला शुक्रवार को दिल्ली नगर निगम (MCD) में स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव का है, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने हिस्सा नहीं लिया. यह पहली बार है जब ये चुनाव इन दोनों पार्टियों के बिना हो रहा है.
दिल्ली में एक बार फिर AAP सरकार और उपराज्यपाल के बीच टकराव की स्थिति बनी है. यह मामला शुक्रवार को दिल्ली नगर निगम (MCD) में स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव का है, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने हिस्सा नहीं लिया. यह पहली बार है जब ये चुनाव इन दोनों पार्टियों के बिना हो रहा है.
चुनाव की वोटिंग दोपहर 1 बजे शुरू हुई और इसे अतिरिक्त आयुक्त जितेंद्र यादव की अध्यक्षता में कराया जा रहा है. AAP ने इस चुनाव को "असंवैधानिक और अवैध" करार दिया है.
चुनाव का स्थगन और फिर आदेश
बात यह है कि MCD की मेयर, शैली ओबेरॉय ने पहले चुनाव को 5 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया था. लेकिन उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने इस फैसले को पलटते हुए चुनाव कराने का आदेश दिया. AAP के नेता मनीष सिसोदिया और मेयर शैली ओबेरॉय ने भाजपा और नगर निगम आयुक्त पर आरोप लगाया कि वे लोकतंत्र का मजाक बना रहे हैं. सिसोदिया ने कहा कि यह भाजपा की पुरानी चाल है, जैसा चंडीगढ़ में हुआ था.
सिसोदिया और ओबेरॉय के बयान
सिसोदिया ने कहा कि उपराज्यपाल के निर्देश पर जारी आयुक्त का आदेश "अवैध" है. मेयर ओबेरॉय ने भी कहा कि चुनाव केवल 5 अक्टूबर को ही होंगे और आयुक्त का आदेश "असंवैधानिक" है.
केजरीवाल का बयान
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि MCD सदन केवल मेयर द्वारा बुलाया जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि उपराज्यपाल का इस मामले में हस्तक्षेप गलत है. AAP विधायक दिलीप पांडेय ने विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया और कहा कि LG को संविधान की कद्र नहीं है. सभी AAP नेताओं ने स्पष्ट किया कि 27 सितंबर को होने वाला चुनाव "अवैध" है और सही चुनाव 5 अक्टूबर को होगा.