Atal Bihari Vajpayee : आज देश भर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई जा रही है. उनके देश में दिए योगदान और उनके कार्य के लिए उन्हें पूरा देश याद कर रहा है. वाजपेयी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस बार उनकी 99वीं जयंती मनाई जा रही है. वहीं भारतीय जनता पार्टी इस अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन करने वाली है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे.
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती पर बीजेपी बहुत से कार्यक्रम आयोजित करने वाली है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने देश भर के पार्टी पदाधिकारियों से सभी बूथों पर पूर्व पीएम के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने को रहा है. साथ ही उनके व्यक्तित्व पर चर्चा करने को भी कहा है. 25 दिसंबर का दिन सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इसको लेकर बीजेपी ने एक नोटिफिकेशन भी जारी किया है. जिसका शीर्षक सुशासन दिवस है.
भारत के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी कवि और पत्रकार भी थे. उनका जन्म 25 दिसंबर, 1925 को मध्य प्रदेश में हुआ था. उन्होंने ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की थी. वर्ष 1942 में 16 साल की उम्र में वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय सदस्य बने. इसके बाद 1951 में वह जनसंघ पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे और 1975 में इमरजेंसी के दौरान जेल गए. वे वीर रस के कवि थे और उनकी कविताएं लोगों को आज भी बहुत पसंद आती हैं.
पूर्व पीएम ने 14 अक्टूबर, 1977 में संयुक्त राष्ट्र में अपना हिंदी में भाषण दिया था और ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय नेता बने. उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि मैं भारत का संदेश लेकर आया हूं. उन्होंने कहा मैं भारतीय जनता की ओर से राष्ट्रसंघ के लिए शुभकामनाओं का संदेश लाया हूं. जनता सरकार को सत्ता में आए सिर्फ 6 महीने हुए हैं. फिर भी इतने कम समय में हमारी उपलब्धियों उल्लेखनीय हैं. विदेश मंत्री के तौर पर अटल जी ने भाषण में कहा कि हमारी वसुधेव कुटुंबकम की धारणा बहुत पुरानी है, भारत में हमेसा से हमारा विश्वास रहा है कि सारा संसार एक परिवार है.
अटल बिहारी वाजपेयी अभिनेत्रा हेमा मालिनी के बहुत बड़े फैन थे. उन्होंने एक्ट्रेस की सीता और गीता फिल्म को 25 बार देखा था. इस बारे में हेमा मालिनी ने खुद राज खोला था. उन्होंने बताया कि एक बार मैंने पदाधिकारियों से कहा कि मैं भाषणों में अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करती हूं. लेकिन कभी उनसे मिली नहीं, मिलवाइए, जब मैं उनसे मिलने गई तो मैंने महसूस किया कि अटल जी बात करने में कुछ हिचकिचा रहे हैं. तब किसी ने बताया कि वो आपकी फिल्म को कई बार देख चुके हैं और अचानक आपको देखकर हिचकिचा रहे हैं.
अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे. वर्ष 1999 में उन्होंने जून में ऑपरेशन विजय को हरी झंडी दी. यह ऑपरेशन तब हुआ था जब पाकिस्तान की सेना ने कारगिल की चोटियों पर कब्जा कर लिया था. पूर्व पीएम ने 1998 में पोखरण परीक्षण कराया और अपने आप को साहसी व सशक्त नेता के तौर पर स्थापित किया. अटल जी को वर्ष 1992 में पद्म विभूषण और साल 2015 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया. 16 अगस्त, 2018 को उनका निधन हो गया. First Updated : Monday, 25 December 2023