'काला सबसे शक्तिशाली रंग है...' IAS शारदा मुरलीधरन का सांवलेपन पर तंज कसने वालों को जवाब
केरल की मुख्य सचिव IAS शारदा मुरलीधरन ने अपने सांवले रंग को लेकर वर्षों से झेले गए तंज और भेदभाव पर करारा जवाब दिया है. उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि वह 50 सालों से इस पूर्वाग्रह का सामना कर रही हैं, लेकिन अब चुप नहीं रहेंगी. उन्होंने कहा कि काला रंग ऊर्जा को अवशोषित करने वाला, सबसे प्रभावशाली और खूबसूरत रंग है.

केरल की मुख्य सचिव शारदा मुरलीधरन ने अपने सांवले रंग को लेकर किए गए अपमानजनक कमेंट्स पर करारा जवाब दिया है. फेसबुक पोस्ट में उन्होंने बताया कि कैसे बचपन से ही उन्हें अपने रंग के कारण तंज सहने पड़े और कैसे समाज में गोरेपन को ही सुंदरता का पैमाना माना जाता है. लेकिन अब उन्होंने इस मानसिकता को बदलने का संकल्प लिया है.
उनकी पोस्ट ने लिंग और नस्लीय पूर्वाग्रह पर सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है. लोगों ने उनके साहस और बेबाकी की सराहना की है. उन्होंने लिखा, "मैं 50 से अधिक वर्षों से इस कहानी के नीचे दबी रही हूं कि मेरा रंग अच्छा नहीं है. लेकिन अब मैं इस सोच को बदलने के लिए तैयार हूं."
IAS अधिकारी शारदा मुरलीधरन ने क्या कहा?
शारदा मुरलीधरन ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि जब उन्होंने केरल के मुख्य सचिव का पद संभाला, तो लोग उनके और उनके पति वी वेणु (जो पहले इसी पद पर थे) की तुलना करने लगे. हाल ही में एक सोशल मीडिया यूजर ने उनके रंग पर टिप्पणी की, जिसके बाद उन्होंने करारा जवाब दिया.
'काला रंग सबसे शक्तिशाली ऊर्जा'
"कल मुख्य सचिव के रूप में मेरे कार्यकाल को लेकर एक टिप्पणी सुनी. कहा गया कि मैं उतनी ही काली हूं, जितना मेरे पति का रंग गोरा था." इसके बाद उन्होंने पोस्ट में लिखा, "काला रंग सिर्फ एक रंग नहीं, बल्कि सबसे शक्तिशाली ऊर्जा का प्रतीक है. यह ब्रह्मांड का सार्वभौमिक सत्य है. काले रंग को क्यों बदनाम किया जाता है? काला वह है जो किसी भी चीज को अवशोषित कर सकता है, यह हर किसी पर फबता है, यह आत्मविश्वास की पहचान है."
बचपन में किया था मां से सवाल
शारदा मुरलीधरन ने यह भी याद किया कि कैसे बचपन में समाज की सोच ने उन्हें खुद को कमतर महसूस कराया था. उन्होंने लिखा, "जब मैं चार साल की थी, तो मैंने अपनी मां से पूछा था कि क्या वह मुझे फिर से अपने गर्भ में रख सकती हैं और इस बार गोरा बनाकर बाहर ला सकती हैं?" उन्होंने आगे कहा, "मैंने सालों तक अपने काले रंग को स्वीकार नहीं किया, लेकिन अब मैं समझ चुकी हूं कि कालेपन में भी उतनी ही खूबसूरती और गरिमा है जितनी किसी और रंग में."
कौन हैं शारदा मुरलीधरन?
- 1990 बैच की IAS अधिकारी
- सितंबर 2024 में केरल की मुख्य सचिव बनीं
- महिला सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन के लिए ‘कुदुम्बश्री मिशन’ का नेतृत्व किया
- भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय और पंचायती राज मंत्रालय में भी अहम पदों पर कार्य किया
- त्रिवेंद्रम की जिलाधिकारी रह चुकी हैं
सोशल मीडिया पर लोगों का समर्थन
शारदा की पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. कई लोगों ने उनकी हिम्मत की सराहना की और कहा कि उनका यह कदम समाज में गहरे बैठे रंगभेद को दूर करने में मदद करेगा.