Brij Bhushan Sharan Singh: बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले चुके हैं और पार्टी की तरफ से उन्हें जिम्मेदारी भी दे दी गई है. इस बीच विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा, "हरियाणा खेल के क्षेत्र में भारत का सिरमौर है.
उन्होंने आगे कहा कि कुश्ती गतिविधियों को लगभग 2.5 साल तक रोक दिया. क्या ये सच नहीं है कि बजरंग एशियाई खेलों में बिना ट्रायल के चले गए? मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं जो कुश्ती के विशेषज्ञ हैं. मैं विनेश फोगाट से पूछना चाहता हूं कि क्या कोई खिलाड़ी एक दिन में 2 भार श्रेणियों में ट्रायल दे सकता है?"
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, 'विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के कांग्रेस में शामिल होने से सच सामने आ गया है. इनके जरिए मेरे खिलाफ, पार्टी के खिलाफ और पीएम मोदी के खिलाफ साजिश की गई. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की जोड़ी ने हुड्डा को आगे करके षड्यंत्र किया है. इन लोगों ने बेटियों का इस्तेमाल किया.' ये अब सभी लोग देख सकते हैं.
पूर्व बीजेपी सांसद ने कहा, 'राजनीति के लिए बेटियों तक को नहीं छोड़ा है. विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस की लुटिया डुबा देंगे. मैंने दो साल पहले कहा था कि ये एक राजनीतिक साजिश है. इसमें कांग्रेस, दीपेंद्र हुड्डा और भूपिंदर हुड्डा शामिल थे. पूरी स्क्रिप्ट लिखी गई, ये कोई खिलाड़ियों का आंदोलन नहीं है. कांग्रेस इस नाटक में शामिल थी.'उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी से भी पंजा फँसाकर हाथी मिलाया था विनेश फोगाट से अब राहुल गांधी भी बच रहे हैं, कहीं उनपर भी आरोप ना लगा दें कि मैं उस वक्त कुछ बोल नहीं पाई राहुल गांधी ने जबरदस्ती मुझे खिंच लिया. जाट राजनीति हमारे साथ है. मैंने कोई गलती नहीं की और मुझे कोई अफसोस नहीं है.'
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, '2 साल पहले, 18 जनवरी को इन खिलाड़ियों ने एक साजिश शुरू की थी. जिस दिन ये सब शुरू हुआ, मैंने कहा था कि ये एक राजनीतिक साजिश थी. इसमें कांग्रेस शामिल थी, दीपेंद्र हुड्डा और भूपिंदर हुड्डा भी शामिल थे. पूरी पटकथा लिखी गई, ये खिलाड़ियों का आंदोलन नहीं है. अब लगभग दो साल बाद ये स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस इस नाटक में शामिल थी'. बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि वो (महिला पहलवान) झूठ बोल रही हैं. जिस समय वो धरने पर बैठी थीं, उस समय देश को लगा था कि इसमें कुछ सच्चाई हो सकती है. इसलिए देश के काफी लोग और विपक्षी पार्टियां उनके साथ आ गई थीं। लेकिन बीजेपी उनके विरोध में नहीं थी. First Updated : Saturday, 07 September 2024