Danish Ali: बसपा ने सांसद दानिश अली को क्यों किया पार्टी से निलंबित? यहां जानिए पूरा मामला

Danish Ali: बहुजन समाज पार्टी के अमरोहा से सांसद दानिश अली को पार्टी ने आज शनिवार, (9 दिसंबर) को निलंबित कर दिया है. इसकी अधिकारिक घोषणा करते हुए पार्टी द्वारा एक पत्र जारी कर इसकी जानकारी दी गई.

Manoj Aarya
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हाइलाइट

  • बसपा ने लोकसभा सांसद दानिश अली को पार्टी से किया निलंबित.
  • पार्टी के नीतियों के खिलाफ काम करने का बसपा ने लगाया आरोप.
  • बसपा सुप्रीमो मायावती के बेहद करीबी माने जाते थे दानिश अली.

Danish Ali Suspended From BSP: बहुजन समाज पार्टी के अमरोहा से सांसद दानिश अली को पार्टी ने आज शनिवार, (9 दिसंबर) को निलंबित कर दिया है. इसकी अधिकारिक घोषणा करते हुए पार्टी द्वारा जारी पत्र में कहा गया कि आपको अनेकों बार मौखिक रुप से कहा गया कि पार्टी के नीतियों, विचारधारा एवं अनुशासन के विरूद्ध जाकर कोई बयानबाजी व कार्य आदि न करें परंतु इसके बाद भी आप लगातार पार्टी के विरोध जाकर कार्य करते आ रहे हैं. 

बसपा ने अपने पत्र में आगे कहा, 'यहां आपको यह भी अवगत कराना उचित होगा कि सन 2018 तक आप श्री देवगौड़ा जी की जनता पार्टी के सदस्य के रूप में कार्य कर रहें थे, तथा कर्नाटक में सन 2018 के आम चुनाव में बहुजन समाज पार्टी और जनता पार्टी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा गया था. इस गठबंधन में आप श्री देवगौड़ा जी की पार्टी से काफी सक्रिय रहे थे. उसके बाद देवगौड़ा जी के अनुरोध पर आपको अमरोहा से बहुजन समाज पार्टी  के प्रत्याशी के रूप में टिकट दिया गया था.

बसपा के राष्ट्रीय महासचिव ने क्या कहा?

बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने इस मामले से संबंधित जानकारी देते हुए कहा कि अमरोहा से सांसद दानिश अली को इससे पहले कई बार नोटिस दिया जा चुका है. लेकिन वह लगातार पार्टी कि नीतियों के खिलाफ बायन दे रहे थे. संसद के बाहर भी उन्होंने कई ऐसे बयान दिए जिसके लिए उन्हें पार्टी अध्यक्ष मायावती की तरफ से मना किया गया था.

मायावती के करीबी थे दानिश अली 

बता दें कि अमरोहा लोकसभा सीट से चुनाव जीत कर दानिश अली पहली बार सांसद बने. इसके बाद वह बसपा सुप्रीमो मायावती के काफी करीबी बन गए और इसका परिणाम यह रहा कि सासंद बने के बाद ही पार्टी द्वारा लोकसभा में संसदीय दल का नेता बना दिया गया. लेकिन बसपा के नीतियों के खिलाफ  संसद के बाहर मीडिया में बयान देने के कारण मायावती ने दानिश अली को हटा कर श्याम सिंह यादव को संसदीय दल का नेता बना दिया गया. इस घटना के बाद दानिश अली ने मायावती से मांफी भी मांगी थी. 

मायावती को खटकी राहुल गांधी और दानिश अली की मुलाकात 

पार्टी अध्यक्ष मायावती और पार्टी द्वारा कई बार माना करने के बाद भी वह लगातार बयान देते रहे. बीएसपी में मायावती ही मीडिया से बात करती हैं. बीएसपी में कोई प्रवक्ता नहीं है. मायावती के नाराजगी के बाद भी दानिश अली का विपक्ष के नेताओं के साथ मिलना- जुलना जारी रहा, दानिश अली की राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं से नजदीकी भी मायवाती को बार-बार खटक रही थी.  

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09 December 2023, 06:31 PM IST

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