Caste Census: कांग्रेस के बाद अब BSP ने उठाया जातीय जनगणना का मुद्दा, सर्वदलीय बैठक में सरकार से की ये मांग
Caste Census: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले देश में जातीय जनगणना की चर्चा तेज हो गई है. केंद्र की बीजेपी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल जातीय जनगणना को एक मुख्य हथियार के रूप में देख रहे हैं.
BSP On Caste Census: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले देश में जातीय जनगणना की चर्चा तेज हो गई है. केंद्र की बीजेपी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल जातीय जनगणना को एक मुख्य हथियार के रूप में देख रहे हैं. इस बीच संसद के शीतकालीन सत्र से पहले शनिवार, (2 दिसंबर) को हुई सर्वदलीय बैठक में बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने केंद्र सरकार से देश में जातीय जनगणना कराने की मांग की है.
सोमवार, (4 दिसंबर) से इस बार संसद का शीतकालीन सत्र का शुरुआत हो रहा है, उससे पहले आज शनिवार को हुई सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार ने कहा कि वो संसद के शीतकालीन सत्र में सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है. सरकार ने कहा कि हमने विपक्ष से कहा कि वो रचनात्मक चर्चा करें.
मायावती ने की जातीय जनगणना की मांग
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक फिर जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि संसद के आगामी 4 दिसम्बर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र से पहले आज सर्वदलीय बैठक में बीएसपी द्वारा सरकार से देश में जातीय जनगणना कराए जाने की माँग पुनः की गई. अब जबकि इसकी मांग देश के कोने-कोने से उठ रही है, केन्द्र सरकार द्वारा इस बारे में अविलंब सकारात्मक कदम उठाना जरूरी है.
1. संसद के आगामी 4 दिसम्बर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र से पहले आज सर्वदलीय बैठक में बीएसपी द्वारा सरकार से देश में जातीय जनगणना कराए जाने की माँग पुनः की गयी। अब जबकि इसकी माँग देश के कोने-कोने से उठ रही है, केन्द्र सरकार द्वारा इस बारे में अविलम्ब सकारात्मक कदम उठाना जरूरी।
— Mayawati (@Mayawati) December 2, 2023
देश में जातीय जनगणना कराना चाहती है कांग्रेस
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार जातीय जनगणना का मुद्दा उठा रहे हैं. कई जनसभाओं में भी उन्होंने कहा है कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो पूरे देश में जातीय जनगणना कराया जाएगा. वहीं कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी इस जातीय जनगणना को काफी प्राथमिकता देते नजर आ रहे हैं.