33 साल बाद नागपुर में होगा मंत्रिमंडल का विस्तार, Mahayuti में बढ़ी हलचल
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार 33 वर्षों के बाद नागपुर में होगा, जिसमें 43 सदस्यों के शामिल होने की उम्मीद है. आखिरी बार 1991 में नागपुर में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ था.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत महाराष्ट्र की महायुति सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार 15 दिसंबर को होगा. करीब 33 साल बाद ऐसा मौका आया है, जब किसी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार नागपुर में हो रहा है. आमतौर पर यह कार्यक्रम मुंबई में होता है. इससे पहले नागपुर में 1991 में मंत्रिमंडल विस्तार का आयोजन किया गया था. जब छगन भुजबल ने बाल ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना से बगावत की थी. बाल ठाकरे ने छगन भुजबल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था.
43 नेता लेंगे मंत्री पद की शपथ
करीब 33 साल बाद फिर से नागपुर में मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है. बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल में अधिकतम 43 नेताओं को शपथ दिलाई जा सकती है, जिसमें बीजेपी के 21, शिवसेना के 12 और एनसीपी के 10 नेता मंत्री पद की शपथ लेंगे. मंत्रिमंडल विस्तार से पहले राज्य में मतभेदों को दूर करने के लिए बातचीत का दौर जारी है. शुक्रवार को महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने उपमुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष से मुलाकात की.इस मुलाकात के दौरान शिवसेना के कई नेता मौजूद थे.
16 दिसंबर से शीतकालीन अधिवेशन
बता दें कि महाराष्ट्र विधि मंडल का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से नागपुर में शुरू होने जा रहा है. इससे एक दिन पहले 15 दिसंबर को शपथ ग्रहण को होगा. साथ ही साथ उसी दिन शीतकालीन सत्र में जिन बिंदुओं पर काम काज किया जाएगा उसके बारे में मुख्यमंत्री और एवं दोनों उपमुख्यमंत्री जानकारी देंगे. दोपहर में विपक्ष अपनी रणनीति का खुलासा भी करेगा कि किस तरीके से शीतकालीन सत्र में वह सरकार को घेरेगा.
महायुति ने 230 सीटों पर दर्ज की जीत
बता दें कि 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किये गए थे. महायुति गठबंधन ने राज्य की 288 सीट में से 230 सीट जीतकर सत्ता हासिल की थी. महायुति में शामिल भाजपा 132 सीट के साथ सबसे आगे रही. वहीं एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को 57 और अजित पवार की एनसीपी को 41 सीट पर जीत मिली थी.