केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भ्रष्टाचार की जांच के सिलसिले में रविवार को कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के आवास पर छापेमारी की है. सीबीआई इस मामले से जुड़े 14 स्थानों पर भी तलाशी ले रही है. बता दें कि सीबीआई ने ये एक्शन तब लिया है जब कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में कथित वित्तीय अनियमितताओं का मामला दर्ज किया गया है. सीबीआई ने कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा गठित एसआईटी से जांच अपने हाथ में ले ली है.
सीबीआई दफ्तर में शनिवार को उनका पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया. इस टेस्ट में पूर्व प्रिंसिपल और मुख्य आरोपी समेत 7 लोग शामिल है. इस टेस्ट के बाद जांच एजेंसी ने पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली और वहीं आज उनके आवास पर छापेमारी भी कर रही है. पॉलीग्राफ टेस्ट में उनका सच सामने आने की पूरी संभावना बताई जा रही है.
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार के बाद हत्या के मामले की जांच का जिम्मा पहले ही सीबीआई को सौंपी थी. इसके बाद पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई वित्तीय अनियमितताओं की जांच भी "व्यापक और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के हित में" सीबीआई को सौंपी. अदालत ने यह आदेश डॉ. अख्तर अली की याचिका पर सुनवाई करने के बाद दिया था.
बता दें कि अख्तर अली 2023 तक अस्पताल के उपाधीक्षक थे. उन्होंने बुधवार को उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर घोष के कार्यकाल के दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, सरकारी धन के अनुचित उपयोग, इस्तेमाल किए गए खतरनाक जैव-चिकित्सा अपशिष्ट की बिक्री और मौद्रिक लाभ के लिए अधिकारियों के तबादले के दावों की पुष्टि करने के लिए दस्तावेज सबूत दिए थे.
सूत्रों के मुताबिक, संदीप घोष के अलावा अस्पताल के फोरेंसिक विभाग के डॉक्टर देबाशीश और कई कनेक्टेड लोग, अस्पताल से जुड़ी फर्म्स टोटल मिलाकर 15 जगहों पर सीबीआई की एंटी करप्शन टीम जांच कर रही है. बता दें कि कल ही सीबीआई ने अस्पताल में फाइनेंशियल अनियमितताओं को लेकर हाईकोर्ट के आदेश पर संदीप घोष के खिलाफ अलग एफआईआर दर्ज की थी. वहीं आज उनके अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी भी की जा रही है. First Updated : Sunday, 25 August 2024