छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर CBI का छापा, महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में करीबियों के घर भी रेड

Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर बुधवार को CBI ने छापा मारा. यह कार्रवाई महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप मामले से जुड़ी बताई जा रही है. CBI की टीमों ने रायपुर और भिलाई में बघेल के करीबी सहयोगियों और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के ठिकानों पर भी तलाशी ली.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Bhupesh Baghel: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के आवास पर छापा मारा. यह कार्रवाई महादेव सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मामले में की गई बताई जा रही है. इसके साथ ही, सीबीआई की टीमों ने रायपुर और भिलाई में बघेल के करीबी सहयोगियों और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के ठिकानों पर भी तलाशी ली.

सीबीआई की इस रेड से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. यह छापेमारी ऐसे समय में हुई है जब बघेल कांग्रेस की अहम बैठक के लिए दिल्ली जाने वाले थे. इससे पहले भी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित शराब घोटाले के मामले में बघेल के आवास पर छापेमारी की थी.

भूपेश बघेल के आवास पर CBI की छापेमारी

केंद्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारियों ने बुधवार सुबह रायपुर और भिलाई स्थित भूपेश बघेल के आवास पर छापा मारा. सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मामले में की गई है. हालांकि, एजेंसी की ओर से अभी तक आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है कि यह तलाशी किस सिलसिले में की गई है.

छापेमारी की खबर के बाद भूपेश बघेल ने दी प्रतिक्रिया

छापेमारी की खबर के बाद भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "अब CBI आ गई है. आगामी 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली AICC की बैठक के लिए गठित 'ड्राफ्टिंग कमेटी' की मीटिंग के लिए आज दिल्ली जाने का कार्यक्रम था, लेकिन उससे पहले ही CBI रायपुर और भिलाई निवास पहुंच चुकी है."

ED ने भी पहले मारा था छापा

CBI की इस कार्रवाई से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 10 मार्च को कथित शराब घोटाले के मामले में भूपेश बघेल के बेटे के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत छापा मारा था. ईडी ने दुर्ग जिले के भिलाई स्थित बघेल के आवास सहित 13 अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की थी.

शराब घोटाले में भी हुई थी जांच

ED के अनुसार, छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला 2019 से 2022 के बीच हुआ था, जब बघेल मुख्यमंत्री थे. जांच एजेंसी का दावा है कि इस घोटाले के कारण राज्य सरकार को भारी आर्थिक नुकसान हुआ और करीब 2,100 करोड़ रुपये की रकम शराब सिंडिकेट के लोगों के पास गई. इस मामले में भी कई लोगों पर जांच एजेंसियों ने शिकंजा कसा है.

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26 March 2025, 09:09 AM IST

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