साल में 2 बार होंगे CBSE बोर्ड एग्जाम, छात्रों को मिलेंगे ये 5 बड़े फ़ायदे
CBSE Board Exam Guidelines: शिक्षा मंत्रालय एवं देशभर के स्कूलों के बीच सत्र 2025 -26 से साल में दो बार कक्षा 10वीं एवं कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने पर सहमति बन गई है. ऐसे में सत्र 2025 -26 से सीबीएसई की ओर से 10वीं-12वीं क्लास के एग्जाम जनवरी और फरवरी से कराए जाएंगे. पहली बार एग्जाम 2026 के जनवरी महीने में आयोजित किए जाएंगे.
CBSE Board Exam Guidelines: सीबीएसई बोर्ड से पढे रहे छात्र छत्राओं के लिए बड़ी खबर सामने आई है. अब साल में 2 बार 10 वीं औयर 12 वीं के स्टूडेंट्स परीक्षा दे सकेंगे. शिक्षा मंत्रालय एवं देशभर के स्कूलों के बीच सत्र 2025 -26 से साल में दो बार कक्षा 10वीं एवं कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने पर सहमति बन गई है. ऐसे में सत्र 2025 -26 से सीबीएसई की ओर से 10वीं-12वीं क्लास के एग्जाम जनवरी और फरवरी से कराए जाएंगे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पहली बार एग्जाम 2026 के जनवरी महीने में आयोजित किए जाएंगे और इसी साल अप्रैल में दूसरी बार बोर्ड एग्जाम्स का आयोजन किया जाएगा. ऐसे में आइए जानते हैं साल में 2 बार बोर्ड एग्जाम होने से स्टूडेंट्स को 5 सबसे बड़े फायदे क्या मिलेंगे.
साल में 2 बार बोर्ड की परीक्षा होने के 5 बड़े फायदे
1-इस नए नियम के तहत 10th एवं 12th के छात्र बोर्ड परीक्षाओं में अपनी सुविधानुसार एक बार या दोनों बार भाग ले सकेंगे. वहीं स्टूडेंट्स पर दोनों बोर्ड एग्जाम देने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा.
2-वहीं अगर किसी स्टूडेंट्स को अपने रिजल्ट में सुधार करना चाहेंगे वे भी दोनों सेशन की परीक्षाओं में भाग ले सकेंगे. ऐसे में दोनों ही बोर्ड परीक्षाओं में छात्र इसमें से अपना बेस्ट स्कोर चुन सकेंगे. छात्र चाहें तो वे केवल एक ही सत्र की परीक्षा में भाग ले सकते हैं.
3-सीबीएसई बोर्ड का नया दृष्टिकोण छात्रों को उनके परीक्षा कार्यक्रम पर लचीलापन और नियंत्रण प्रदान करता है, जिसका उद्देश्य किसी एक अवसर को चूकने की उनकी चिंता को कम करना है.
4-सबसे बड़ी जानकारी यह कि शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, सत्र 2025-26 में बोर्ड एग्जाम पुराने सिलेबस के आधार पर ही संपन्न करवाई जाएंगी.
5-वहीं नए सिलेबस की किताबें आने में 2 साल का समय लगेगा. नयी किताबें आने के बाद सत्र 2026-27 से 8वीं, 10वीं एवं 12वीं कक्षा की नई किताबें उपलब्ध हो जाएंगी.
शिक्षा मंत्रालय ने दिए थे ये तीन विकल्प?
बता दें, कि शिक्षा मंत्रालय ने सीबीएसई बोर्ड एग्जाम के लिए तीन विकल्प दिए गए थे. इन विकल्पों में से देश के 10 हजार से ज्यादा स्कूलों के प्रिंसिपल्स ने तीसरा विकल्प चुना है. इसके तहत जेईई मेंस एग्जाम की तरह ही बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन दो सेशन में करवाया जाये और सभी छात्रों को इसमें शामिल होने की अनुमति मिले.