साल में 2 बार होगी CBSE की परीक्षा! कब से लागू होंगे ये नियम? जानें सब कुछ
CBSE Exam New Pattern: सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन साल में दो बार किया जा सकता है. यह नियम 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा पर लागू किया जा सकता है. नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन (NCFSE) की सिफारिश के अनुसार साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है.
CBSE Exam New Pattern: CBSE से परीक्षा देने वालों छात्रों के लिए खुशखबरी है. दरअसल सरकार अब छात्रों को तनाव रहित वातावरण देने के लिए कुछ नियमों में बदलाव करने वाली है. अब साल में दो बार परीक्षाओं को कराने पर विचार किया जा रहा है. जिससे फेल हुए छात्रों को दुबारा मौका मिल सके. आपको बता दें कि नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन की सिफारिशों के बाद केंद्र सरकार ने साल में दो बार परीक्षा कराए जाने की घोषणा की थी.
फिलहाल ऐसा नियम है कि 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स फरवरी-मार्च में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा देते हैं. मई में रिजल्ट आ जाते हैं, जिसके बाद जुलाई में सप्लीमेंट्री एग्जाम कराए जाते हैं. जिसमें एक सब्जेक्ट में अपना परफॉर्मेंस ठीक करने का ऑप्शन दिया जाता है. जिन छात्रों ने अपने पेपर पास नहीं किए हैं. जिनके रिजल्ट पर कम्पार्टमेंट घोषित किए गए हैं, वे भी इस एग्जाम को दे सकते हैं. आपको बता दें कि इस साल 12वीं क्लास के लिए कंपार्टमेंट परीक्षाएं 15 जुलाई को आयोजित की गई थी.
सरकार कर रही सोच विचार
हालांकि अभी सरकार दो बोर्ड एग्जाम कराने को लेकर सोच विचार कर रही है. इंडियन एक्सप्रेस वेबसाइट की खबर में कहा गया है कि सूत्रों की मानें तो यह ऑप्शन अभी विचाराधीन है, जिसमें सेकंड एग्जाम जून में कराए जाने की बात कही जा रही है. अभी के एग्जाम सिस्टम में जहां 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स केवल एक विषय में परफॉर्मेंस में सुधार के लिए सप्लीमेंट्री एग्जाम देते हैं.
परीक्षा दोबारा देने का होगा ऑप्शन
अब उनके पास जून में अपनी पसंद के किसी भी या सभी विषयों में अपनी परीक्षा दोबारा देने का विकल्प होगा. सूत्रों की मानें तो सीबीएसई को सेकंड सेट एग्जाम कराने के लिए 15 दिनों की जरूरत होगी. इसके बाद एक महीने में रिजल्ट भी जारी कर देंगे. इस तरह सेकेंड बोर्ड एग्जाम का रिजल्ट भी अगस्त तक जारी हो जाएगा.
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में होगा बदलाव
बता दें कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 हाई रिस्क वाले एग्जाम से दूर जाने और छात्रों को अधिक से अधिक मौके देने के लिए दो बार बोर्ड परीक्षाओं का प्रस्ताव ला सकती है. इसके साथ ही शिक्षा मंत्रालय ने सीबीएसई से हर साल दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने का प्रस्ताव तैयार करने को कहा है, जिसे 2026 से लागू किया जा सकता है.