Census:  देश में पहली बार डिजिटल होगी जनगणना, मोबाइल फोन पर दें सकेंगे जानकारी

Digital Census:  भारत में पहली बार जनगणना डिजिटल तरीके से होने जा रहा है, जनगणना डिजिटल होने से आप घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से एक पोर्टल पर प्रश्नावली फॉर्म को भर पाएंगे जिसके बाद गणना करने वाले आपके भरे हुए फॉर्म को अपने मोबाइल के माध्यम से डिजिटल भारत के रजिस्ट्रार जनरल कार्यालय (ORGI) में भेज देगें। 

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

Digital Census: डिजिटल जनगणना के माध्यम से अपने परिवार के सदस्यों की जानकारी बदलने के साथ साथ नए सदस्यों को जोड़ने और परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु होने की जानकारी देने में सक्षम होंगे। इस तरह जनगणना करने से संभावना है कि बहुत जल्द जनगणना  के आंकड़े जारी हो जाएगें। 

डिजिटल जनगणना क्या है -

भारत में पहली बार डिजिटल जनगणना होने जा रहा है, जनगणना को डिजिटल करने से घर-घर जाकर लंबे फॉर्म को भरने की प्रक्रिया से छुटकारा मिलेगा और घर बैठे आसानी से मोबाइल फोन के माध्यम से जनगणना की सारी जानकारी दे सकेंगे। यह प्रक्रिया पहले से कई गुना तेजी के साथ जनगणना के आंकड़ों को एकत्र करके उपलब्ध कराने में सक्षम होगी जिसके बाद सरकार को अपनी नीति निर्माण के लिए नवीनतम डेटी बहुत जल्द मिल सकेगा।

भारत में जनगणना की प्रक्रिया 2021 में ही होनी थी लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसमें देर हो गई हालांकि अब यह प्रक्रिया जल्द शुरू की जा रही है जिसके तहत देश भर के लगभग 33 करोड़ परिवारों की अनुमति 136 करोड़ आबादी का डेटा एकत्र किया जाएगा।

डिजिटल जनगणना क्यो किया जा रहा है -

पहले इतनी बड़ी मात्रा में क्षेत्र से एकत्र किए गए आंकड़े का डिजिटलीकरण एक विशाल और संसाधन खर्च करने वाला कार्य था, जिसके चलते करीब एक दशक तक इसकी प्रक्रिया और परिणाम के प्रसार में काफी समय लग जाता था। ऐसे में सरकार को लग रहा था कि इस कारण त्वरित योजना और नीति निर्माण में आंकड़े की जो उल्लेखनीय भूमिका होती है वह कम हो जाती है इस वजह से भारत में डिजिटल जनगणना करने की योजना बनाई है जिसके जरिए लोगों को इस प्रक्रिया  का हिस्सा बनाकर उनके हाथों में ताकत देने का अवसर प्रदान करेगी।

100 फीसद डिजिटल जनगणना संभव

इस प्रक्रिया के माध्यम से लोग अपने परिवार के सदस्यों की जानकारी बदलने के साथ-साथ नए सदस्यों को जोड़ने और परिवार के किसी भी सदस्य की मृत्यु होने की जानकारी दे सकेंगे। यह सब एक प्रक्रिया पोर्टल पर ऑनलाइन माध्यम से होगा। इस पोर्टल पर डेटा को सामाजिक-आर्थिक स्थिति के 35 मापक पैमाने पर सत्यापित और ऑडिट किया जाएगा।

सरकार आंकड़े एकत्रित करने केलिए कई तरीकों को अपना सकती है जिसमें गणना करने वाले अपने मोबाइल में जनगणना मोबाइल ऐप का उपयोग करेंगे वही जहां इंटरनेट की उपलब्धता नहीं है तो वहां पेपर का उपयोग करके डेटा भरा जाएगा। यह जनगणना खासतौर पर तैयार किया गया है जिसमें नागरिक स्वयं गणना बेवपोर्टल के माध्यम से जनगणना डेटा को भर सकेंगे। साथ ही अपने परिवार के सदस्यों की जानकारी देख और अपडेट कर पाएंगे। .   

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29 May 2023, 11:10 AM IST

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