अग्निवीर योजना में बदलाव की तैयारी में सरकार, बढ़ सकती है अग्निवीरों की संख्या
विपक्ष और अग्निवीर उम्मीदवारों के विरोध के बाद अब केंद्र सरकार अग्निवीर योजना में बदलाव की योजना बना रही है. इस बदलाव की योजना से अग्निवीर योजना के ढांचे और लाभ में सुधार लाना है. सेना विशेषज्ञों का कहना है कि अपनी शक्तियों को बनाए रखने के लिए 25 प्रतिशत संख्या कम है. इसलिए सेना में अग्निवीरों को पूर्णकालिक सेवा के लिए 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की भी तैयारी है.
केंद्र सरकार अग्निवीर योजना में बदलाव के लिए योजना बना रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों के हवाले से खबर है कि सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए पात्रता, वेतन और 4 वर्ष पूरा होने पर पूर्णकालिक सेवा की संख्या में बढ़ोत्तरी में बदलाव हो सकता है. अग्निवीर योजना को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावार रहता है. इसमें भर्ती होने वाले इच्छुक उम्मीदवारों ने भी सरकार के प्रति अपनी नाराजगी और विरोध जताया है. अब सरकार इस योजना में बदलाव का मन बना रही है. इस योजना में बदलाव का उद्देश्य इसके ढांचें और लाभ में सुधार लाना है.
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अग्निवीरों के पूर्णकालिक सेवा में ज्यादा से ज्यादा रखने पर विचार हो रहा है. इस समय अग्निवीर योजना के तहत 4 वर्ष सेवा देने के बाद केवल 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही पूर्णकालिक सेवा में रखा जाता है. यह संख्या सेना के विशेषज्ञों द्वारा कम मानी जाती है. जमीनी लड़ाई में अपनी शक्तियों को बनाए रखने के लिए 25 प्रतिशत संख्या बहुत कम है. इसलिए सेना ने सिफारिश की है कि 4 साल के बाद 50 प्रतिशत अग्निवीरों को पूर्णकालिक सेवा में रहने का मौका दिया जाए.
कब आई अग्निवीर योजना?
अग्निवीर योजना को केंद्र सरकार ने 2022 में रक्षा पेंशन बिल को कम करने के प्रयास से लेकर आई थी. इस योजना के तहत थलसेना, नौसेना और वायुसेना में 4 साल के लिए भर्ती किया जाता है. इसके बाद केवल 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही पूर्णकालिक सेवा के लिए चुना जाता है. इस योजना के आने के बाद इसका देशभर में विरोध प्रदर्शन हुआ था. सेना में भर्ती होने वाले उम्मीदवारों का कहना है कि 4 साल के बाद वह क्या करेंगे, कहां जाएंगे? इनका भविष्य सुरक्षित नहीं है. कांग्रेस के साथ विपक्ष ने इस योजना को सरकार से वापस लेने की मांग की तो वहीं NDA दल के साथियों ने योजना के समीक्षा की मांग की.