Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक किया लैंड, भारत ने रचा इतिहास!
Chandrayaan-3: बुधवार शाम को चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कदम रखकर इतिहास रच दिया है. जिससे यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने वाला पहला देश बन गया.
हाइलाइट
- Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक किया लैंड, भारत ने रचा इतिहास!
Chandrayaan-3: बुधवार शाम को चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कदम रखकर इतिहास रच दिया है. जिससे यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने वाला पहला देश बन गया. चार साल पहले चंद्रयान-2 की क्रैश लैंडिंग पर निराशा खत्म हुई. आखिरकार लैंडर ने 6 बजकर 04 मिनट पर चांद पर पहला कदम रखा.
इसी के साथ भारत चांद के किसी भी हिस्से में यान उतारने वाला दुनिया का चौथा देश भी बन गया है. इससे पहले अमेरिका, सोवियत संघ और चीन को ही यह कामयाबी मिली है.
अब सभी को विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर के बाहर आने का इंतजार है. धूल का गुबार शांत होने के बाद यह बाहर आएगा. इसमें करीब 1 घंटा 50 मिनट लगेगा. इसके बाद विक्रम और प्रज्ञान एक-दूसरे की फोटो खींचेंगे और पृथ्वी पर भेजेंगे.
विक्रम की उलटी गिनती 150 मीटर, फिर 130 मीटर, 50 मीटर पर घूमती रही और जैसे-जैसे चंद्रमा की सतह पर उतरने से पहले चंद्रमा की सेवा के करीब पहुंची, धीमी हो गई.
जैसे ही विक्रम लैंडर अपने पेट में प्रज्ञान रोवर ले जा रहा था, चंद्रमा की सतह पर उतरा, इसने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक बड़ी छलांग लगाई, जिससे इसरो के लंबे वर्षों के परिश्रम को एक अच्छी तरह से योग्य समापन मिला.
इससे भारत अमेरिका, चीन और रूस के बाद चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला चौथा देश बन गया है, इसने पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के दक्षिण की ओर उतरने वाले पहले देश के रूप में रिकॉर्ड बुक में जगह बना ली है.