Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 ने पूरी की दो तिहाई दूरी, आज चांद की कक्षा में करेगा प्रवेश
Chandrayaan-3 Mission: चंद्रमा की सतह को छूने के लिए चंद्रयान-3 शान से आगे बढ़ता जा रहा है. आज चंद्रयान-3 को चांद की कक्षा में प्रवेश कराया जाएगा.
Chandrayaan-3 Mission: भारत का चंद्रयान-3 मिशन चांद की सतह को छूने के अपने सफर पर सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है. शुक्रवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि चंद्रयान ने अपने सफर की दो तिहाई दूरी पूरी कर ली है. बता दें कि चंद्रयान-3, 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था और आज इसे चांद की कक्षा में प्रवेश कराया जाएगा. दरअसल, चंद्रयान-3 की लांचिंग के बाद से पांच बार यान की कक्षाओं में बदलावा किया गया है.
गौरतलब हो कि दुनिया में अब तक अमेरिका, रूस और चीन ने ही चांद की सतह पर अपने लैंडर उतारे हैं. इससे पहले भारत ने 2019 में चंद्रयान-2 मिशन के तहत चांद की सहत पर अपना लैंडर उतारने का प्रयास किया था. हालांकि, अंतिम पलों में लैंडर से संपर्क टूट गया था. इस वजह क्रैश लैंडिंग हुई थी. इस बार चांद की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग होने के बाद भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा.
37,200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चांद की ओर बढ़ता जा रहा
फिलहाल, चंद्रयान-3 करीब 37,200 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चांद की ओर बढ़ता जा रहा है. चांद की कक्षा में पहुंचने के बाद चंद्रयान उसकी सतह से लगभग 40 हजार किलोमीटर दूर रह जाएगा. इसरो पहले ही बता चुका है कि भारत के तीसरे चंद्रयान मिशन की स्थिति पूरी तरह से सामान्य है. चंद्रयान-3 की 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने का प्रयास किया जाएगा.