Chandrayaan-3: इसरो के लिए अगले 33 घंटे बेहद अहम, 140 करोड़ भारतीयों को लैंडिंग का बेसब्री से इंतजार
Mission Chandrayaan 3: भारत चांद पर इतिहास रचने से महज चंद कदम दूर है. चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर और रोवर मॉड्यूल चांद की बेहद करीबी कक्षा में प्रवेश कर चुका है. अब सभी को 23 अगस्त का इंतजार है, जब शाम छह बजकर चार मिनट पर लैंडर चांद की सतह पर लैंड करेगा.
हाइलाइट
- 23 अगस्त बुधवार को शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा पर लैंड करेगा विक्रम लैंडर
- विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह पर साफ्ट लैंडिग करते ही रचेगा इतिहास
- भारत का मिशन चंद्रयान-3, 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से इसरो ने सफलतापूर्वक लॉन्च किया था
Mission Chandrayaan 3: इसरो के मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के 140 करोड़ भारतीय बेसब्री से इंतजार कर रहे है. भारत और इसरो के लिए अगले 33 घंटे काफी अहम है. क्योंकि भारत चांद पर इतिहास रचने से महज चंद कदम दूर है. चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर और रोवर मॉड्यूल चांद की सबसे करीबी कक्षा में पहुंच चुका है. अब 140 करोड़ भारतीयों को उस पल का इंतजार है, जब बुधवार 23 अगस्त 2023 को शाम छह बजकर चार मिनट पर लैंडर चांद की सतह पर लैंड करेगा.
इसरो के अनुसार, बेंगलुरू चंद्रयान मिशन को कमांड दी जा रही है. इस बीच अंतरिक्ष से एक अच्छी खबर सामने आई है. भारत के चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने चांद के ऑर्बिट में चंद्रयान-3 का स्वागत किया है. चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग कराने के लिए इसरो के वैज्ञानिक काफी सर्तक है. इसरो ने बताया कि जब तक चांद पर लैंडिंग के लिए सुरक्षित जगह नहीं मिल जाती है, तब तक इंतजार किया जाएगा. सुरक्षित जगह मिलने के बाद ही चंद्रयान-3 डीसेंट ऑपरेशन शुरू किया जाएगा.
Chandrayaan-3 Mission:
— ISRO (@isro) August 21, 2023
‘Welcome, buddy!’
Ch-2 orbiter formally welcomed Ch-3 LM.
Two-way communication between the two is established.
MOX has now more routes to reach the LM.
Update: Live telecast of Landing event begins at 17:20 Hrs. IST.#Chandrayaan_3 #Ch3
चांद की सबसे करीबी कक्षा में पहुंचा चंद्रयान 3
चंद्रयान 3 का विक्रम लैंडर और रोवर मॉड्यूल चंद्रमा की सबसे करीबी कक्षा में प्रवेश कर चुका है. सॉफ्ट लैंडिंग से लैंडर ने चांद की कई तस्वीरें भेजी थी. जिन्हें सोमवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने साझा की थी. तस्वीरें चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की है, जहां पर लैंडर लैंडिंग करने वाला है. इन तस्वीरों को विक्रम लैंडर में लगे हुए विशेष लैंडर हैजर्ड डिटेक्शन एंड अवाइडेंस कैमरा (एलएचडीएसी) ने क्लिक किया. ये कैमरा चांद पर लैंडिंग के दौरान सुरक्षित जगह का पता लगाने में मदद करेगा.
विक्रम लैंडर की साफ्ट लैंडिंग के साथ भारत रचेगा इतिहास
इस बीच इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने नई दिल्ली में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि विक्रम लैंडर माड्यूल का पूरा सिस्टम ठीक प्रकार से काम कर रहा है. केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने विश्वास जताया कि 'चंद्रयान 3' सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रचने वाला है.