9 राज्यों के गवर्नरों में बदलाव, UP पर क्यों नहीं हुआ फैसला, क्या इतिहास रचने जा रही हैं आनंदी पटेल

शनिवार रात 9 राज्यों के गवर्नर में बदलाव किया गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 6 नए गवर्नर नियुक्त किए हैं और 3 को रिशफल किया है. इसके अलावा पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित का इस्तीफा भी मंजूर कर लिया है. राष्ट्रपति मुर्मू की तरफ से यह बड़ा बदलाव किया गया है लेकिन उत्तर प्रदेश को लेकर अभी भी संशय बरकार है. जबकि यहां की गवर्नर आनंदी बेन पटेल को कार्यकाल 29 जुलाई को खत्म हो रहा है.

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को पंजाब और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित का इस्तीफा स्वीकार कर लिया. इसके साथ ही उन्होंने 6 नए गवर्नरों की भी नियुक्ति की है. इसके अलावा 3 राज्यों के गवर्नरों को रिशफल किया है. 83 वर्षीय बनवारीलाल पुरोहित ने फरवरी में भारत के राष्ट्रपति को व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी है. अपने पत्र में पुरोहित ने कहा, "व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण, मैं केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के राज्यपाल और प्रशासक के पद से अपना इस्तीफा दे रहा हूं. कृपया इसे स्वीकार करें." 

इन 10 राज्यों के बदले गवर्नर:

हरिभाऊ किसनराव बागड़े को राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया है.
ओम प्रकाश माथुर को सिक्किम का राज्यपाल बनाया गया है.
जिष्णु देव वर्मा को तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया है
रमन डेका को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल बनाया गया है.
सीएच विजयशंकर को मेघालय का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
सीपी राधाकृष्णन को झारखंड से महाराष्ट्र का नियुक्त किया गया है.
गुलाब चंद कटारिया को असम से पंजाब और चंडीगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम से असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है, और उन्हें मणिपुर का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है.

29 जुलाई को खत्म हो रहा कार्यकाल:

बड़े पैमाने पर राज्य के गवर्नरों में बदलाव होने के बावजूद उत्तर प्रदेश के राज्यपाल पर अभी संशय बरकार है. हैरानी की बात है कि 29 जुलाई को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का कार्यकाल खत्म हो रहा है और दो दिन पहले ही किए गए इस बड़े बदलाव में उत्तर प्रदेश को लेकर फैसला नहीं किया गया है. आनंदी बेन पटेल ने 29 जुलाई 2019 को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर पद संभाला था. ऐसे में सोमवार (29 जुलाई) को उनका कार्यकाल पूरा हो जाएगा. इससे पहले वो छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की गवर्नर भी रह चुकी हैं. उन्होंने साल 1987 में राजनीति में एंट्री की थी.

बनाने जा रही हैं दूसरी रिकॉर्ड?

यहां यह बात जिक्र करने लायक है कि अभी तक उत्तर प्रदेश में कोई भी राज्यपाल दूसरी बार पद नहीं संभाल पाया है. अगर आनंदी बेन पटेल को ही उत्तर प्रदेश का गवर्नर बनाए रखा जाता है तो ऐसा करने वाली वो पहली राज्यपाल होंगी. इसके अलावा आनंदी बेन पटेल उत्तर प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल भी हैं. 1949 से लेकर अब तक उत्तर प्रदेश को कुल 25 राज्यपाल मिले हैं. 29 जुलाई 2019 को आनंदी बेन पटेल ने राज्य के 25वें गवर्नर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभाली थी. 


First Updated : Sunday, 28 July 2024