गुजरात के अहमदाबाद में एक बुजुर्ग के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें उनसे 1 करोड़ 26 लाख रुपये की ठगी की गई. पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. ठगों ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की फोटो लगाकर ठगी को अंजाम दिया.
10 अक्टूबर को एक बुजुर्ग ने साइबर क्राइम सेल में शिकायत की. उन्होंने बताया कि उन्हें एक वीडियो कॉल आई, जिसमें कहा गया कि उनका बैंक अकाउंट मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल हुआ है. ठगों ने खुद को पुलिस और सीबीआई अधिकारी बताकर धमकाना शुरू कर दिया और कहा कि उनके अकाउंट से 2 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है.
बुजुर्ग ने अपनी शिकायत में बताया कि ठगों ने कहा कि अगर उन्होंने लिखित में आवेदन दिया, तो उनके केस को प्राथमिकता दी जाएगी और उन्हें अरेस्ट नहीं किया जाएगा. इसके बाद ठगों ने उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लिया और लगातार उन पर नजर रखी. उन्होंने बुजुर्ग से उनके बैंक अकाउंट और एफडी की जानकारी ले ली. फिर, धमकाकर उन्होंने बैंक की रकम और एफडी को तुड़वाने के लिए कहा, यह कहते हुए कि 48 घंटे में रकम वापस कर दी जाएगी.
जब 48 घंटे बाद भी रकम नहीं मिली, तो बुजुर्ग ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. साइबर क्राइम पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. अहमदाबाद साइबर क्राइम सेल के एसीपी हार्दिक मांकडिया ने बताया कि ठगों ने आईपीएस अधिकारी के तौर पर पहचान बताकर बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट किया. उन्होंने कहा कि हमें पता चला कि बुजुर्ग को व्हाट्सएप कॉल कंबोडिया से की गई थी. ठग पहले डमी अकाउंट में रुपये जमा करते हैं और फिर उन्हें क्रिप्टो में बदल देते हैं. First Updated : Thursday, 24 October 2024