BJP नेता ने क्यों खाई DMK सरकार को सत्ता से हटाने की कसम, समझिए सियासी रणनीति
तमिलनाडु की राजनीति में हलचल मचाते हुए भाजपा नेता के अन्नामलाई ने डीएमके सरकार के खिलाफ बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने न केवल सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए, बल्कि सत्ता से हटाने की कसम खाकर अपनी सियासी रणनीति को नई धार दी है. आइए, इस राजनीतिक के पीछे की वजह और उनकी रणनीति को समझते हैं...
Chennai: तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने शुक्रवार को डीएमके सरकार पर अन्ना विश्वविद्यालय के छात्रों की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाते हुए खुद को कोड़े मारकर विरोध जताया. उन्होंने आरोप लगाया कि डीएमके सरकार और पुलिस ने पीड़िता की निजी जानकारी सार्वजनिक कर उसकी गरिमा का अपमान किया, जिसे उन्होंने 'शर्मनाक और प्रशासन की अक्षमता का प्रतीक' बताया.
निर्भया कोष और सीसीटीवी की कमी पर सवाल
आपको बता दें कि अन्नामलाई ने राज्य सरकार द्वारा निर्भया कोष के इस्तेमाल पर सवाल उठाते हुए विश्वविद्यालय परिसर में सीसीटीवी की अनुपस्थिति की आलोचना की. उन्होंने कहा, ''एफआईआर में पीड़िता की पहचान उजागर कर उसे गलत तरीके से पेश किया गया है. यह बेहद निंदनीय है और डीएमके सरकार को इसका जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.''
VIDEO | BJP Tamil Nadu president K Annamalai (@annamalai_k) whips himself outside his residence in Coimbatore to condemn the police, and the state government for their 'apathy' in handling the case of sexual assault of a student of Anna University.#TamilNaduNews
— Press Trust of India (@PTI_News) December 27, 2024
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डीएमके सरकार और पुलिस पर निशाना
वहीं आपको बता दें कि भाजपा नेता ने कानून मंत्री एस रेगुपथी को राज्य का बचाव करने पर आड़े हाथ लिया और पुलिस आयुक्त या संबंधित डिप्टी कमिश्नर को पद से हटाने की मांग की. उन्होंने मामले की गलत हैंडलिंग पर चेन्नई पुलिस को भी कठघरे में खड़ा किया.
48 दिन का उपवास और मुरुगन यात्रा की घोषणा
बता दें कि अन्नामलाई ने घोषणा की कि वह 48 दिनों तक उपवास करेंगे और राज्य के बिगड़ते प्रशासन के खिलाफ भगवान मुरुगन के छह निवास स्थान (अरुपदाई वीडू) की यात्रा करेंगे. उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे सार्वजनिक विरोधों की बजाय अपने घरों पर प्रदर्शन करें.
महिलाओं की सुरक्षा पर जोर
इसके अलावा आपको बता दें कि उन्होंने कहा, ''इस तरह की गंदी राजनीति सम्मान और स्वस्थ बहस के लिए कोई जगह नहीं छोड़ती. महिलाओं की सुरक्षा से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं होना चाहिए.'' साथ ही उन्होंने मध्यम वर्ग से डीएमके सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की.
क्या है विरोध की वजह?
बता दें कि अन्नामलाई ने अन्ना विश्वविद्यालय की एक घटना का जिक्र करते हुए डीएमके सरकार पर छात्रों की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि राज्य सरकार और पुलिस ने पीड़िता की निजी जानकारी लीक कर उसकी गरिमा को ठेस पहुंचाई है. उन्होंने इसे 'शर्मनाक और प्रशासन की विफलता' करार दिया.
सियासी रणनीति का संदेश
बहरहाल, भाजपा नेता का यह कदम तमिलनाडु में पार्टी को मजबूत करने और डीएमके सरकार को घेरने की सियासी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. अन्नामलाई ने कहा, 'यह केवल राजनीति नहीं, बल्कि राज्य के हर नागरिक की सुरक्षा और सम्मान की लड़ाई है.'