Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ का एक ऐसा सीट जहां दांव पर लगी CM की इज्जत, क्या रमन सिंह के चक्रव्यूह को तोडेंगे बघेल

Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ के कुल 90 सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होना है. पहला चरण का मतदान 7 नवंबर को 20 सीटों के लिए किया जाएगा. इसमें इस विधानसभा चुनाव की सबसे चर्चित सीटों में से एक राजनांदगांव है.

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Chhattisgarh Assembly Election 2023: केंद्रीय चुनाव आयोग ने करीब एक महीने पहले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान कर दिया था. जिसके तहत राज्य के कुल 90 सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होना है. पहला चरण का मतदान 7 नवंबर को 20 सीटों के लिए किया जाएगा. इसमें इस विधानसभा चुनाव की सबसे चर्चित सीटों में से एक राजनांदगांव है. दरअसल, ये इलाका पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता डॉ रमन सिंह का गढ़ माना जाने लगा है.

कांग्रेस ने रमन सिंह के खिलाफ इस सीट पर गिरीश देवांगन को चुनावी मैदान में उतारा है जो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी हैं. राजनीति गलियारों में ऐसा कहा जा रहा है कि देवांगन के पीछे मुख्यमंत्री बघेल खड़े हैं. राजनांदगांव वो विधानसभा सीट है, जिसे कांग्रेस हर हाल में फतह करना चाहती है. ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले तीन चुनावों में रमन सिंह ने जीत दर्ज की और इस सीट ने मुख्यमंत्री दिया. बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं रमन सिंह और कांग्रेस हर कीमत पर उसे ढहाना चाहती है.

बीजेपी का किला ढहाने के लिए बघेल की तैयारी

बीजेपी के इस मजबूत किले को भेदने के लिए पार्टी ने किसान नेता और सीएम बघेल के भरोसेमंद गिरीश देवांगन को मैदान में उतारा है. बता दें कि नए राज्य के गठन के बाद हुए चार चुनाव में एक बार कांग्रेस जीती तो तीन बार बीजेपी को जीत हासिल हुई है. राज्य की राजनीति में भूपेश बघेल और रमन सिंह एक दूसरे के खिलाफ लगातार न केवल ताल ठोकते नजर आते हैं बल्कि हमला करने में भी पीछे नहीं रहते.

रमन सिंह को घेरने के लिए बघेल की चाल 

बीजेपी के उम्मीदवार रमन सिंह को घेरने के लिए बघेल ने खास रणनीति बनाई और नए चेहरे के तौर पर देवांगन को मैदान में उतारा. कहा जा रहा है कि देवांगन की पहचान एक किसान नेता की रूप में है जो कि रमन सिंह को कड़ी टक्कर दे सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि बीते तीन चुनाव में रमन सिंह का जीत का अंतर वर्ष 2018 में घटकर लगभग 17,000 वोट पर आ गया. यहां अन्य पिछड़ा वर्ग निर्णायक स्थिति में है और कांग्रेस को लगता है कि वह जातीय जनगणना को मुद्दा बनाकर अपनी स्थिति को मजबूत कर सकती है.

रमन सिंह बनाम भूपेश बघेल

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि चुनाव में कोई भी जीत सकता है, जीत चाहे किसी की भी हो, मगर राजनांदगांव का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है. इसके पीछे का मुख्य कारण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हैं जो गिरीश देवांगन के पीछे खड़े हैं. वास्तव में तो यह मुकाबला रमन सिंह और बघेल का है, चाहे कांग्रेस का चेहरा भले ही देवांगन नजर आ रहे हों.

First Updated : Monday, 06 November 2023