Chhattisgarh Assembly Election 2023: भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बड़ा दाव खेला है और कांग्रेस पर दबाब भी बनाया है. गुरूवार को बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में 21 उम्मीवारों की पहली सूचि जारी कर दी है. प्रदेश में आमतौर पर ये माना जाता है कि जो पहले टिकट की घोषणा करता है वो अक्सर बाजी मार जाता है. वहीं, छत्तीसगढ़ में ऐसा पहली बार हुआ है कि चुनाव समिति की बैठक के 24 घंटे पूरे भी नहीं होने से पहले उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई हो.
दरअसल, बीजेपी छत्तीसगढ़ ने बुधवार को पार्टी कार्यालय पर प्रदेश की 27 सीटों को लेकर विचार विर्मश किया था. इसके बाद गुरूवार को करीब 4 बजे बीजेपी ने 21 उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगा दी. बीजेपी के उम्मीदवारों के नाम सामने आने के बाद लग रहा है कि पार्टी राज्य में जातीय समीकरण साधने की कोशिश में है. इस बीच बीजेपी ने बड़ा दाव खेला है. पार्टी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने विजय बघेल को चुनावी मैदान में उतारा है.
बीजेपी की पहली लिस्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सामना भाजपा ने विजय बघेल करेंगे. बता दें कि रिश्ते में भूपेश बघेल (चाचा) और विजय बघेल (भतीजे) हैं. ये पहली बार नहीं है कि जब चाचा और भतीजे आमने-सामने है. इससे पहले भी विधानसभा चुनावों में तीन बार भूपेश बघेल और विजय बघेल की टक्कर हो चुकी है. दो बार (साल 2003 और 2013) में भूपेश बघेल को जीते और एक बार साल 2008 में विजय बघेल को जीत मिली थी. 2018 के चुनाव में बीजेपी ने भूपेश बघेल के सामने मोतीलाल साहू को चुनावी मैदान में उतारा था. तब बघेल ने 27477 वोट से साहू को हराया था.
लिस्ट जारी होने से एक बात तो तय हो गई है कि पाटन सीट पर कड़ा मुकाबला होने वाला है. विजय बघेल दुर्ग लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद है. इसके अलावा विजय घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष भी हैं. उनकी गिनती छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेताओं में होती है. बीजेपी की सूची की बात करें तो इसमें बड़ा संदेश दिया है. क्योंकि बीजेपी ने पांच महिलाओं को एसटी कोटा से और एक एससी कोटा से उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी चुनाव में आदिवासी और ओबीसी वोटरों साधने की कोशिश करेंगी. पाटन सीट से विजय बघेल को उतारने का मुख्य लक्ष्य यही माना जा रहा है. बता दें 21 में से 16 सीट पर कांग्रेस के पास है.
First Updated : Friday, 18 August 2023