Chhattisgarh Election: BJP ने छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ पेश किया आरोप पत्र, भाजपा प्रवक्ता ने राहुल गांधी पर किया तीखा वार
BJP On Congress: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने वाला है अब चुनाव होने में ज्यादा समय नहीं है. इसको देखते हुए कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों ने अपनी- अपनी कमर कस ली है...
BJP On Congress: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने वाला है अब चुनाव होने में ज्यादा समय नहीं है. इसको देखते हुए कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों ने अपनी- अपनी कमर कस ली है. इस बीच में भाजपा नें मंगलवार को दिल्ली स्थिति पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार और राहुल गांधी पर जमकर निशाना हमला बोला है.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक पीसी कर प्रेस कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ एक आरोप पत्र पेश किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि, आप सबको ज्ञात है कि आने वाले समय में 5 राज्यों में चुनाव है. कल राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में थे, वहां उन्होंने कई झूठे वादे लोगों से किए. आज वक्त आ चुका है कि भाजपा और देश एवं छत्तीसगढ़ की जनता राहुल गांधी और कांग्रेस को आईना दिखाए.
316 वादें किए थे जो अभी तक पूरा नहीं हुआ: सांबित पात्रा
भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि, छत्तीसगढ़ के पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने घोषणापत्र में 316 वादे किए. जिनको राहुल गांधी और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने अब तक पूरा नहीं किया. किसान सम्मान निधि योजना प्रधानमंत्री जी ने किसानों के लिए प्रारंभ की थी. छत्तीसगढ़ के लाखों किसान इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत हुए, लेकिन राज्य सरकार ने उस सूची का सत्यापन नहीं किया. जिस वजह से आज छत्तीसगढ़ के उन लाखों किसानों को किसान सम्मान निधि के अंतर्गत सालाना 6 हजार रुपये नहीं मिल पा रहे हैं.
सांबित पात्रा ने कहा कि, "जब छत्तीसगढ़ में 15 वर्ष तक हमारी सरकार थी, तो चरण पादुका और साड़ी वितरण योजना चल रही थी. लेकिन उस योजना को रोक दिया गया. हम पूछना चाहते हैं कि ऐसा क्यों किया गया? आगे उन्होंने कहा कि, तेंदूपत्ता संग्रह के काम में जो दिन तय होते हैं, उन्हें छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार द्वारा कम किया गया. तेंदूपत्ता संग्राहकों को मिलने वाला बोनस कांग्रेस सरकार द्वारा नहीं दिया गया. यही कारण रहा कि वहां तेंदूपत्ता संग्रहण विगत 5 वर्षों में लगभग 4 लाख बोरी कम हुआ."
उन्होंने आगे कहा कि, "छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण विरोधी विधेयक भाजपा सरकार लेकर आई थी. उसका उद्देश्य हमारे जनजातीय बंधुओं की संस्कृति और विचारों को संजोकर रखना था. लेकिन कांग्रेस सरकार हमेशा इस बिल के विरोध में रही और धर्मांतरण को लगातार बढ़ावा दे रही है. केवल इतना ही नहीं कांग्रेस सरकार तो वहां नक्सलियों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है. छत्तीसगढ़ में धान और चावल के वितरण से संबंधित PDS योजना का उदाहरण पूरे देश में दिया जाता था. लेकिन आज दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि छत्तीसगढ़ की ठगेश सरकार ने इस योजना पर एक धब्बा लगाया है और लगभग 600 करोड़ रुपये का घोटाला PDS योजना में किया गया."
कोरोना काल में जो चावल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गरीबों के लिए छत्तीसगढ़ में भेजा गया था, उसमें 5 हजार करोड़ रुपये का घोटाला वहां हुआ है. सरकारी नौकरियां छत्तीसगढ़ में नीलाम की जा रही हैं. छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार द्वारा लगभग 600 करोड़ रुपये व्यक्तिगत प्रचार प्रसार में खर्च किए गए. वहां कांग्रेस सरकार के 5 साल के कार्यकाल में लगभग 1 लाख बच्चियां गायब हुई हैं. CAG की रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में लगभग 93% सड़कें गुणवत्ता के तय मापदंड से बदतर पाई गई हैं.