Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में सभी राजनैतिक पार्टियों ने रैलियां करना शुरू कर दिया है, साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का बाजार भी गर्म हो गया है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर पलटवार कहते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में फूट डालो और राज करो की नीति यहां पर चलने वाली नहीं है. रायपुर में स्वामी विवेकानंद विमानतल पर मीडियाकर्मियों से संवाद करते हुए कहा छत्तीसगढ़ में बीजेपी के पास कोई मुद्दा उठाने के लिए नहीं बचा है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने इससे पहले राजनांदगांव में एक रैली के दौरान राज्य की बघेल सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाए थे कि अगर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में वापसी लौटती है तो वह वोट बैंक के लिए तुष्टिकरण की राजनीति करना चाहेगी. शाह के बयान के बाद सीएम बघेल से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि घटना की कार्रवाई के बाद तत्काल प्रभाव से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अदालत में पत्र भी दाखिल कर दिया है, साथ ही पीड़ित के मुआवजे के लिए राज्य सरकार ने घोषणा भी कर दी है. बीजेपी के पास आज कोई मुद्दा नहीं बचा है तो वह अब इसी तरह के इश्यू को क्रिएट करने की कोशिश करेगी.
गृह मंत्री ने था कि कांग्रेस काल में किए गए भ्रष्टाचार करने वालों को उल्टा टांग देंगे, इस बयान पर सीएम बघेल ने पलटवार करते हुए कहा कि वह इसके अलावा कर भी क्या सकते हैं कि एक चुनी हुई सरकार को धमकी देने के सिवा. उन्होंने धमकी देने में पीएचडी की हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहा छत्तीसगढ़ है जहां आदि संस्कृति को मानने वाले आदिवासी रहते हैं. यहां पर कबीर और गुरुदासी के अनुयायी रहते हैं, इसलिए नफरत की राजनीति यहां पर टिकने वाली नहीं है. यहां के लोग प्यार और भाईचारे के भाषा समझते हैं. फूट डालो, राज करो की नीति यहां पर सिरे से खारिज कर दी जाएगी.
बता दें कि छत्तीसगढ़ की 90 विधासनभाओं सीटों पर 17 नवंबर को मतदान किया जाएगा. कांग्रेस हाईकमान ने अभी तक 30 उम्मीदवारों का ऐलान किया है. वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने शाह की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि बीजेपी चुनाव में नफरत फैलाने की कोशिश कर रही है. First Updated : Tuesday, 17 October 2023