NEET-UG पर सुनवाई के दौरान भड़के चीफ जस्टिस, कहा सिक्योरिटी बुलाओ और...!
NEET-UG Case: नीट यूजी पेपर लीक मामले में सुनवाई के दौरान आज कोर्ट में एक हैरान कर देने वाला वाक्या हुआ. चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड ने एक सीनियर वकील की खिंचाई कर दी. इसके साथ कोर्ट में मौजूद सुरक्षाकर्मियों से उन्हें कोर्ट रूम से बाहर निकालने का आदेश तक दे दिया. इस बीच चीफ जस्टिस की सख्त चेतवानी के बाद वह वकील खुद ही कोर्ट रूम से बाहर चले गए.
NEET-UG Case: सुप्रीम कोर्ट में आज यानी मंगलवार को नीट यूजी पेपर लीक मामले में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट में एक हैरान कर देने वाला वाक्या हुआ. चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सुनवाई के दौरान एक सीनियर वकील की खिंचाई कर दी. इसके साथ कोर्ट में मौजूद सुरक्षाकर्मियों से उन्हें कोर्ट रूम से बाहर निकालने का आदेश तक दे दिया. इस दौरान चीफ जस्टिस की सख्त चेतावनी के बाद वह वकील खुद ही कोर्ट रूम से बाहर चले गए.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने वकील मैथ्यूज नेदुम्परा को यह फटकार नीट-यूजी से संबंधित याचिकाओं की सुनवाई के दौरान हस्तक्षेप करने के लिए लगाई है.
इस वजह से लगाई लताड़
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने नेदुम्परा से कहा कि वह सीनियर वकील नरेंद्र हुड्डा को बीच में न रोकें, जो मामले में याचिकाकर्ता की तरफ से बोल रहे थे. इस दौरान नेदुम्परा ने हुड्डा की बात काटते हुए कहा कि उन्हें कुछ कहना है. इस पर चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने उनसे हुडा की दलील पूरी होने के बाद बोलने को कहा. ऐसे में नेदुमपरा ने चीफ जस्टिस को चुनौती देते हुए कहा कि मैं यहां सबसे सीनियर हूं. इससे चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ नाराज हो गए.
इसके बाद उन्होंने नेदुमपरा को चेतावनी दी, मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं. आप गैलरी में बात नहीं करेंगे. मैं कोर्ट का प्रभारी हूं. सुरक्षा को बुलाएं. इन्हें यहां से हटाएं. इसके बाद नेदुम्परा ने कहा कि जब वह जा रहे हैं तो उन्हें यह बताने की जरूरत नहीं है.
वकील और चीफ जस्टिस के बीच हुई बहस
इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि आपको ऐसा कहने की जरूरत नहीं है. आप जा सकते हैं. मैंने पिछले 24 सालों से न्यायपालिका को देखा है. मैं वकीलों को इस कोर्ट में प्रक्रिया तय करने की अनुमति नहीं दे सकता. इस बीच नेदुम्परा ने कहा कि वह 1979 से न्यायपालिका को देख रहे हैं.
पहले भी हो चुकी है बहस
यह पहली बार नहीं था कि चीफ जस्टिस की वकील के साथ तीखी बहस हुई हो. इससे पहले मार्च में एक सुनवाई के दौरान सीजेआई ने वकील से कहा था कि मुझ पर चिल्लाओ मत! यह हाइड पार्क कॉर्नर मीटिंग नहीं है, आप कोर्ट में हैं. अगर आप कोई आवेदन देना चाहते हैं, तो आवेदन दें. आपको चीफ जस्टिस के तौर पर मेरा फैसला मिल गया है, हम आपकी बात नहीं सुन रहे हैं. अगर आप कोई आवेदन देना चाहते हैं, तो उसे ईमेल पर दें. इस कोर्ट में यही नियम है.