Chhattisgarh: ED के छापे पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा, खद्दानों को बेचने के फिराक में केंद्र सरकार

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में ईडी, आईटी की छापेमारी को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा, सबसे छोटा राज्य होने के बावजूद भी अगस सबसे ज्यादा कहीं ईडी और आईटी की कार्रवाई हुई है तो वह छत्तीसगढ़ है.

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CM Bhupesh Baghel on ED Raid: शुक्रवार (21 जुलाई) को छत्तीसगढ़ के 2 जिलों में 2 बड़े अधिकारियों के घर और एक कांग्रेस के नेता के यहां ईडी ने छापेमारी की. हालांकि ईडी किस मामले में रेड करने पहुंची थी, इसकी अबतक कोई जानकारी सामने नहीं आई है. ईडी की इस कार्रवाई पर सीएम भूपेश बघेल ने अपनी प्रतिक्रिया दी. न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सीएम ने कहा, "आखिर छोटा राज्य होने के बाद भी सबसे ज्यादा ईडी और आईटी की छापा पड़ा है तो उसका कारण यही है कि हमारा संख्या बल 71 है, जिस प्रकार से महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और दूसरे राज्य में बीजेपी तोड़ने का प्रयास की, लेकिन यहां तोड़ नहीं सकती.

जो लगातार छापे किए जा रहे और अभी भी चल रही है उसका कारण मुझे समझ में आ रहा है. वह कारण यही है कि उनके जो मित्र है उनकी निगाह छत्तीसगढ़ की खद्दानों पर है. लेकिन हमने समय-समय पर खद्दानों को लेकर जो निर्णय लिया है उससे उनको नुकसान पहुची है. और मैं समझता हूं कि ये जितने भी छापे पड़ रहे हैं उनका एकमात्र कारण यही है."


कांग्रेस नेता रामगोपाल अग्रवाल और आईएएस रानू साहू के घर रेड 

दरअसल शुक्रवार सुबह करीब 5 से 6 बजे के बीच ईडी की टीम प्राइवेट टैक्सी से अलग अलग जगहों में एक साथ पहुंची. राजधानी रायपुर में ऑफिसर्स कॉलोनी में आईएएस रानू साहू के घर ईडी के अफसर सुरक्षा बल के साथ पहुंचे. इसके बाद रायपुर के अनुपम नगर में कांग्रेस के नेता और राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल के यहां ईडी की बड़ी टीम पहुंची. जहां बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवान घर के अंदर पहरा दे रहे थे. घर के मेन गेट में ताला लगा दिया गया था. लोगों को आने जाने के अनुमती नहीं थी. हालाकि दोपहर के वक्त कुछ ईडी के अफसर घर के बाहर सीआरपीएफ के जवानों से बातचीत करते हुए दिखा.
 

छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ के कोयला घोटाले से शुरू हुई है ईडी की कार्रवाई 

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में चुनावी साल में सेंट्रल एजेंसियों की तरफ से लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले साल अक्टूबर महीने में ईडी ने बड़ी करवाई की थी. इसके अनुसार कोयला ट्रांसपोर्टिंग मामले में 500 करोड़ रुपए गड़बड़ी का खुलासा करते ही कई बड़े अफसरों का नाम सामने आया. इसमें सस्पेंड आईएएस समीर विश्नोई, मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ अफसर सौम्या चौरसिया, कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी सहित 9 अभयुक्तों को ईडी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. 


ईडी ने 2 हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले का दावा किया

इसके बाद चुनावी साल यानी 2023 की शुरुआत होने के साथ ईडी ने शराब में 2 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का खुलासा किया. इस मामले में ईडी ने कांग्रेस की महापौर ऐजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया. इसके साथ अफसर एपी त्रिपाठी, नितेश पुरोहित, त्रिलोक सिंह ढिल्लों को गिरफ्तार का जेल भेज दिया है. वहीं ईडी ने कतिथ शराब घोटाले में 180 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच कर दिया है. इसमें आईएएस अनिल टुटेजा सहित 14 लोगों के नाम शामिल है. हालांकि ईडी के शराब घोटाले मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई है.
  First Updated : Saturday, 22 July 2023