India-Bharat Issue: क्या रिजर्व बैंक के नाम में भी होगा बदलाव?, सीएम सरमा ने रखी ये मांग
India-Bharat Issue: हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि इंडिया और भारत नामों का परस्पर उपयोग किया जा सकता है, यह फैसला सुप्रीम कोर्ट ने पहले फैसला सुनाया था. चाहे वह इंडिया हो या भारत, मुझे नहीं लगता कि यह बहस का विषय है.
India-Bharat Issue: भारत-इंडिया नाम को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच एक घमासान छीड़ चुका है. विपक्ष का आरोप है कि इंडिया गठबंधन से डर चुकी नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के दो नाम भारत और इंडिया से इंडिया को हटाना चाहती है. अब इस विवाद के बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आज बुधवार एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक जैसे संस्थानों का भी नाम बदला जाना चाहिए और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का नाम रिजर्व बैंक ऑफ भारत कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि ब्रिटिश शासकों द्वारा शुरू की गई कई प्रथाएं देश में जारी हैं और उन्हें बदलने की जरूरत है.
'लोगों ने 75 साल तक इंतजार किया'
सीएम सरमा ने भारत और इंडिया नाम पर चल रही विवाद पर बोलते हुए कहा कि लोगों ने 75 साल तक इंतजार किया है कि एक मोदी आएगा जो इस औपनिवेशिक खुमारी को जड़ से मिटा देगा. साथ ही 'इंडिया' नाम के इस्तेमाल और औपनिवेशिक प्रथाओं को जारी रखने' के स्पष्ट संदर्भ में, सीएम ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा किए गए किसी काम के लिए पीएम मोदी को कैसे दोषी ठहराया जा सकता है?
मुझे नहीं लगता यह बहस का बिषय है- हिमंत बिस्वा सरमा
हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने बयान में आगे कहा कि इंडिया और भारत नामों का परस्पर उपयोग किया जा सकता है, यह फैसला सुप्रीम कोर्ट ने पहले फैसला सुनाया था. चाहे वह इंडिया हो या भारत, मुझे नहीं लगता कि यह बहस का विषय है. जब अमित शाह ने संसद में भारतीय न्याय संहिता बिल रखा तब किसी ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी.
शशि थरूर के बयान पर भी बोलें सीएम
कांग्रेस नेता शशि थरूर के जिन्ना वाले बयान को लेकर कहा कि उन्होंने जो कहा वह पूरा नहीं केवल आधा सच था. जिन्ना ने जो कहा वह महत्वपूर्ण नहीं है. हमारे लिए महत्वपूर्ण यह है कि ऋषियों और संतों का कौन सा नाम इस्तेमाल किया गया, और यह इंडिया नहीं बल्कि भारत था.