असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि अगर कांग्रेस सनातन धर्म पर उधयनिधि स्टालिन के बयान से किनारा नहीं करती है तो आम जनता के बीच कांग्रेस की धारणा बन जाएगी की वह हिंदू विरोधी है. साथ ही सीएम सरमा ने द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन के बयान का बचाव कर रहे कार्ति चिदंबरम पर कांग्रेस के रूख पर सवाल खड़े किए और उनकी आलोचना की है.
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि मैं तमिलनाडु के सीएम की आलोचना नहीं करना चाहता हूं, क्योंकि उनका चेहरा बेनकाब हो चुका है. सीएम सरमा ने ये भी दावा किया कि उदयनिधि का बयान कार्ति चिदंबरम और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिलता-जुलता है. द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि सनातन धर्म को समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ बताते हुए कहा कि इसका उन्मूलन होना चाहिए.
बता दें कि उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया, डेंगू, कोरोना वायरस एवं मच्छरों से होने वाले बुखार से करते हुए कहा कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इसको जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए. अब उदयनिधि की टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ लोगों का आक्रोश देखने को मिल रहा है. हिमंता ने कहा कि अब बड़ा सवाल ये है कि कांग्रेस क्या अब द्रमुक के साथ रहेगी? और चिदंबरम के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी?
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी की अब असली परीक्षा ये है कि वह सनातन धर्म का सम्मान करते हैं या नहीं? यदि राहुल गांधी डीएमके से अपना नाता नहीं तोड़ते हैं और चिंदबरम को पार्टी ने से नहीं निकालते हैं तो ये बात क्लीयर हो जाएगी कि वह सनातन विरोधी हैं. इन्हें हिंदू धर्म से दुश्मनी है. First Updated : Monday, 04 September 2023