बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सोमवार को लखनऊ समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने और भाजपा को हटाने के लिए हम नीतीश कुमार के साथ है। बता दें कि इससे पहले आज ही नीतीश और तेजस्वी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी।
इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का स्वागत करता हूं। अखिलेश यादव ने कहा कि जिस तरह महंगाई चरम पर है, बेरोजगारी चरम सीमा पर है। लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए और भाजपा को हटाने में हम आपके (नीतीश कुमार) साथ हैं। भाजपा हटे देश बचे उस अभियान में हम आपके साथ हैं। अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर नीतीश कुमार के साथ मुलाकात की फोटो शेयर की। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, "भाजपा द्वारा लोकतंत्र, संविधान व आरक्षण को ख़त्म करने की साज़िश और षड्यंत्र के खिलाफ एक मुलाक़ात।"
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अधिक से अधिक पार्टियों के साथ बात हो रही है। हमने तय किया है कि ज्यादा से ज्यादा पार्टियों को देश में हम एकजुट करें और मिलकर सब काम करें ताकि देश आगे बढ़े और भाजपा से देश को मुक्ति मिले। नीतीश कुमार ने कहा कि हम सब एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सबके एकजुट होने के बाद नेता चुना जाएगा। मुझे नहीं बनना (प्रधानमंत्री) है, मैं बस सबको एकजुट कर रहा हूं, अपने लिए मुझे कुछ नहीं चाहिए।
इससे पहले सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए इस मुलाकात काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि "मैंने नीतीश कुमार से बस एक ही निवेदन किया है कि जयप्रकाश जी का आंदोलन बिहार से शुरू हुआ। अगर हम बिहार में सर्वदलीय बैठक करते हैं तो हम तय कर सकते हैं कि हमें आगे क्या करना है, लेकिन सबसे पहले हमें यह संदेश देना होगा कि हम एक साथ हैं। मैंने तो पहले ही कह दिया है कि मुझे इससे कोई एतराज नहीं है, मैं चाहती हूं कि भाजपा जीरो बन जाए।" First Updated : Monday, 24 April 2023