Lok Sabha Elections 2024: जेपी नड्डा, अमित मालवीय के खिलाफ कांग्रेस ने करवाया शिकायत दर्ज, जानें पूरा मामला
कांग्रेंस एक बार फिर से अपने विववाद को लेकर चर्चा में आ गई है. कर्नाटक में कांग्रेस के कथित तौर पर अनुसुचित जाति और अनुसूचित जन जाति के सदस्यों को डराने-धमकाने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, इसके आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और राज्य इकाई प्रमुख बीवाई विजयेंद्र के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज की है.
Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेंस एक बार फिर से अपने विववाद को लेकर चर्चा में आ गई है. कर्नाटक में कांग्रेस के कथित तौर पर अनुसुचित जाति और अनुसूचित जन जाति के सदस्यों को डराने-धमकाने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, इसके आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और राज्य इकाई प्रमुख बीवाई विजयेंद्र के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज की है.
बीजेपी नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज
केपीसीसी के मीडिया और संचार विभाग के अध्यक्ष रमेश बाबू ने एक पत्र में कर्नाटक बीजेपी के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किए गए एक वीडियो की ओर इशारा किया गया है जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के एनिमेटेड पात्रों को दिखाया गया है.वीडियो में एससी, एसटी और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को स्पष्ट रूप से आरक्षण की टोकरी में "अंडे" के रूप में दिखाया गया है. वीडियो में राहुल गांधी के एक एनिमेटेड रूप को आरक्षण टोकरी में मुस्लिम समुदाय का एक और "अंडा" बोते हुए दिखाया गया है. इसमें कांग्रेस नेताओं को उनके मुंह में अधिक धन डालकर एससी, एसटी और ओबीसी के मुकाबले मुस्लिम समुदाय का पक्ष लेते हुए दिखाया गया है.
वीडियो में हुआ अचार संहिता का उल्लंघन
इस मामले में रमेश बाबू ने कहा, "उक्त वीडियो में, ऐसा पेश किया गया है जैसे कि मुस्लिम समुदाय के मुंह में धन डाला जाता है और मुस्लिम समुदाय एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय को बाहर निकाल देता है." वहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि यह वीडियो न केवल आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है बल्कि एससी,एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के तहत अपराध भी है. कांग्रेस नेता ने चिंता व्यक्त की कि इस तरह की कार्रवाइयों से समुदायों के बीच नफरत और दुर्भावना भड़क सकती है, खासकर 14 निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे लोकसभा चुनावों के दौरान.