Udhayanidhi Stament On Sanatana Dharma: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू करते हुए हिंदू धर्म को खत्म करने की बात कही है. उनके इस बयान से कांग्रेस ने किनारा ने तो किनारा कर लिया है, लेकिन बीजेपी ने उनके बयान को हिंदू विरोधी करार दिया. बीजेपी ने कहा कि इस बयान से I.N.D.I.A का हिंदू विरोधी चेहरा उजागर हुआ है.
उदयनिधि स्टालिन के बयान से कांग्रेस ने किनारा किया है. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि इसे लेकर कांग्रेस का स्टैंड एकदम साफ है. हम किसी भी धर्म पर टिप्पणी नहीं करना चाहते या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं चाहते. पटोले ने कहा, 'बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान में जो सर्वधर्म समभाव की भूमिका दी है, हम वही भूमिका को लेकर चलते हैं. किसने क्या कहा, वो हमारे हाथ में नहीं है.'
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि वे सनातन धर्म को खत्म करने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, लेकिन कांग्रेस के सहयोगी डीएमके के वंशज सनातन धर्म को खत्म करने की बात करते हैं. कांग्रेस की चुप्पी इस नरसंहार आह्वान का समर्थन है. I.N.D.I.A गठबंधन को अगर मौका मिला तो वह हजारों साल पुराने भारत को नष्ट कर देगा."
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, "I.N.D.I.A गठबंधन का भारत विरोधी और हिंदू विरोधी चेहरा आज उजागर हो चुका है. जिस प्रकार डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन कहते हैं कि न केवल सनातन का विरोध करते हैं, बल्कि उसकी तुलना बीमारियों से करते हैं और उसे खत्म करने की बात करते हैं. मतलब जिस धर्म में 80 फीसदी लोगों की मान्यता है, उसे ही खत्म करना है. उसमें आस्था रखने वाले लोगों को खत्म करना है, यह बात जब वो कहते हैं और इसका समर्थन कांग्रेस के कार्ति चिदंबरम करते हैं. क्या यही मोहब्बबत की दुकान है राहुल गांधी."
उन्होंने आगे कहा, 'यह कोई हैरानी की बात नहीं है. क्या अब उद्धव ठाकरे हमें बताएंगे कि क्या वह इन सब बातों से सहमत हैं? मोहब्बत की दुकान नहीं, नफरत के भाईजान हैं."
" शनिवार को चेन्नई में सनातन उन्मूलन सम्मेलन को संबोधित करते हुए उदयनिधि ने कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. उन्होंने कहा, 'कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही किया जाना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे खत्म करना होगा. इसी तरह हमें सनातन को खत्म करना है. सनातन नाम संस्कृत का है. यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है.'
तमिलनाडु सरकार में युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन कहा कि वे अपने शब्दों पर कायम हैं और सनातन पर अपनी टिप्पणी से राजनीतिक विवाद पैदा होने के बाद किसी भी प्रकार की कानूनी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं. First Updated : Sunday, 03 September 2023