महाराष्ट्र. पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए धुले में अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की. उन्होंने अपने 50 मिनट के भाषण में महा विकास अघाड़ी (MVA), कांग्रेस के अलगाववाद, महाराष्ट्र के विकास और महिलाओं व आदिवासियों के लिए किए गए प्रयासों पर बात की. मोदी ने महा विकास अघाड़ी (MVA) की सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी सरकार में न तो पहिए हैं, न ब्रेक, और ड्राइवर की सीट के लिए एकदूसरे से झगड़ा हो रहा है. मोदी ने कहा, "पहले वे धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाते थे, अब वे जातियों को लड़ाने का काम कर रहे हैं. यह भारत के खिलाफ एक साजिश है।"
महाराष्ट्र के लोगों के प्रति आभार
प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के लोगों का आभार जताते हुए कहा कि 2014 में जब उन्होंने यहां के लोगों से बीजेपी सरकार बनाने की अपील की थी, तो उन्होंने उनका दिल खोलकर समर्थन किया था. अब, 2024 के चुनावों में फिर से बीजेपी के समर्थन की उम्मीद जताते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से उनका गहरा जुड़ाव है. मोदी ने अपने भाषण में महिला सशक्तिकरण और आदिवासी कल्याण पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि महिलाओं की प्रगति से समाज की प्रगति होती है. और केंद्र सरकार ने इस दिशा में कई बड़े फैसले लिए हैं.
महिलाओं के खिलाफ की जा रहीं अभद्र टिप्पणियां
इसके साथ ही, उन्होंने महा विकास अघाड़ी द्वारा महिलाओं के खिलाफ की जा रही अभद्र टिप्पणियों पर भी निशाना साधा. मोदी ने कांग्रेस और MVA पर आरोप लगाया कि वे दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों को आगे बढ़ते हुए नहीं देख सकते।. उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने कश्मीर में आर्टिकल 370 के जरिए देश को विभाजित किया और वंचितों को उनके अधिकारों से वंचित रखा.
भाजपा की सीट संख्या और मुख्यमंत्री की घोषणा
भाजपा इस बार 148 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि शिंदे गुट और अजित गुट क्रमशः 80 और 53 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री के उम्मीदवार पर पार्टी ने स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा, और चुनाव के बाद ही यह फैसला लिया जाएगा. महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा नुकसान हुआ था, और विधानसभा चुनाव में भी इसी ट्रेंड का अनुसरण होने का अनुमान है.
महा विकास अघाड़ी गठबंधन को 160 सीटों तक मिलने की संभावना जताई जा रही है। 2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने सत्ता हासिल की थी, लेकिन बाद में गठबंधन टूट गया. इसके बाद शिवसेना और एनसीपी के अंदर भी फूट पड़ी, जो अब विधानसभा चुनाव के संदर्भ में बड़ा मुद्दा बन चुका है. First Updated : Friday, 08 November 2024