Manipur Violence: जातीय हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में अभी भी तनावपूर्ण हालात बने हुए है। राज्य सरकार ने शांति भंग को रोकने के लिए फौरी तौर पर इंटरनेट सेवाओं पर लगे रोक को पांच दिनों यानि 25 जून तक के लिए और बढ़ा दिया है। राज्य में जारी अशांति को देखते हुए डेटा सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। लेकिन राज्य में जातीय हिंसा के साथ साथ सियासी तापमान भी बढ़ता जा रहा है
असम के सीएम हिमंता बिस्व सरमा ने उन पर लगाए जा रहे मणिपुर चुनाव के लिए कुकी उग्रवादी समूह के नेताओं की मदद लेने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कांग्रेस पार्टी पर करारा हमला बोला है। असम के सीएम हिमंता की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हाल ही में सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए मणिपुर के कुछ भूमिगत नेताओं के साथ संबंधों के कुछ आधारहीन आरोप लगाए गए हैं। ऐसे किसी भी तत्व से हमारा संबंध नहीं है। कांग्रेस पार्टी की ओर से उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं।
असम महिला कांग्रेस ने उग्रवादियों के साथ संबंध का लगाया आरोप
हिमंता बिस्व सरमा का ये जबावी पलटवार असम प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मीरा बोरठाकुर गोस्वामी के उन आरोपों पर आया है. जिसमें गोस्वामी ने आरोप लगाया था कि कूकी उग्रवादियों के एक समूह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें कहा गया है कि 2017 के मणिपुर विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी की मदद की थी।
NSA के तहत हिमंत बिस्वा सरमा की हो गिरफ्तारी
बीते दिनों असम कांग्रेस प्रमुख भूपेन बोरा असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा को गिरफ्तार करने की मांग की है। बोरा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मणिपुर चुनाव के लिए कुकी उग्रवादी समूह के नेताओं की मदद लेने के आरोप में हिमंता बिस्वा सरमा के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत सरमा को गिरफ्तार किया जाए।
कूकी उग्रवादी ने अमित शाह को लिखा था पत्र?
इंडिया टुडे एनई (नॉर्थ ईस्ट) की रिपोर्ट के अनुसार, यूनाइटेड कूकी लिबरेशन फ्रंट (यूकेएलएफ) के चेयरमैन एसएस हाओकिप ने 2019 में गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें दावा किया गया कि हिमंता बिस्व सरमा और राममाधव ने 2017 के मणिपुर चुनाव में कुछ कूकी समूहों से मदद ली। उस समय सरमा और माधव ही उत्तर-पूर्वी राज्यों का काम देख रहे थे।
हिंसा को रोकने में कामयाबी अब तक क्यों नहीं ?
हिमंता बिस्वा सरमा कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन और यूपीएम के ट्राइबल लीडर्स से क्राइसिस खत्म करने को लेकर मुलाकात कर चुके हैं। दऱअसल 10 जून को हिमंता बिस्वा सरमा मणिपुर जाकर मणिपुर में शाति के प्रयास को सफल बनाने को लेकर सरकार के मुखिया और अफसरों से मुलाकात कर चुके हैं। हिमंता बिस्वा सरमा की कोशिश तमाम स्टेक होल्डर्स के साथ मुलाकात कर राज्य में शांति बहाल करने की है, लेकिन हिमंता बिस्वा सरमा का ये प्रयास अभी तक सफल नहीं हो सका है। इसी बीच साल 2017 के विधानसभा चुनाव और साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कुकी आतंकियों द्वारा बीजेपी को दी जाने वाली मदद को लेकर हिमंता बिस्वा सरमा और राम माधव सवालों के घेरे में हैं। हालांकि दोनों ने इस आरोप को खारिज किया है लेकिन कांग्रेस लगातार आक्रमण कर बीजेपी को सवालों के घेरे में ले रही है। First Updated : Wednesday, 21 June 2023