राजनाथ सिंह: कांग्रेस ने संविधान निर्माण की प्रक्रिया को हड़पने और अपहरण करने की कोशिश की
संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुक्रवार से लोकसभा में विशेष चर्चा शुरू हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को चर्चा का जवाब देंगे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा संविधान का अपमान किया है.
नई दिल्ली. संविधान को अंगीकार किए जाने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में संविधान पर बहस की शुरुआत की. सदन में बोलते हुए रक्षा मंत्री ने उस समय को भी याद किया जब 13 दिसंबर 2001 को संसद पर आतंकवादी हमला हुआ था. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय संसद के 75 वर्षों के अवसर पर शहीद सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के इस मंदिर, संसद की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी शहीद सुरक्षाकर्मियों को मैं अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. उन्होंने अध्यक्ष महोदय का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें भारतीय संसद और संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर इस चर्चा में भाग लेने का अवसर मिला.
संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला
राजनाथ सिंह ने संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हम भारतीय लोग 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया था. आज हम संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने पर पूरे देश को बधाई देते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संविधान ने सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक जीवन के सभी पहलुओं को छूकर राष्ट्र निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है. रक्षा मंत्री ने भारतीय संविधान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह केवल शासन प्रणाली स्थापित करने का काम नहीं करता, बल्कि यह भारत के गौरव को बहाल करने और उसे विश्व मंच पर उसका उचित स्थान दिलाने का 'रोडमैप' भी है.
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर गर्व
राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की कार्यशैली पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना के साथ काम कर रही है. यह सरकार भारतीय संविधान में निहित धर्म और न्याय की भावना के अनुरूप कार्य कर रही है.
कांग्रेस पर हमला
लोकसभा में संविधान पर बहस के दौरान, राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा संविधान निर्माण की प्रक्रिया का अनादर किया है और इसे हाईजैक करने की कोशिश की है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय संविधान किसी एक पार्टी की देन नहीं है, बल्कि यह देश के सभी नागरिकों की साझी उपलब्धि है.
उन्होंने कहा कि मदन मोहन मालवीय, लाला लाजपत राय, भगत सिंह और वीर सावरकर जैसे नेताओं के विचारों ने संविधान को मजबूत किया है. हालांकि, एक खास पार्टी ने हमेशा संविधान निर्माण की प्रक्रिया को हड़पने और उसका अपहरण करने की कोशिश की है.