अहमदाबाद में कांग्रेस का बीजेपी-RSS से मुकाबला करने का ठोस रोडमैप तैयार, नई रणनीति के साथ आगे बढ़ेगी पार्टी
कांग्रेस ने अहमदाबाद के अधिवेशन में बीजेपी के खिलाफ एक ठोस रणनीति तैयार की है, जो सामाजिक न्याय, दलित-ओबीसी अधिकारों और संविधान की रक्षा पर केंद्रित है. पार्टी बीजेपी के हिंदुत्व एजेंडे का मुकाबला वैचारिक स्तर पर करेगी और जाति जनगणना और आरक्षण से जुड़े अहम फैसले लिए हैं. कांग्रेस ने अपनी इस रणनीति के तहत समाज के कमजोर वर्गों के हितों को प्राथमिकता दी है.

कांग्रेस ने अपने दो दिवसीय चिंतन शिविर में तय किया कि वह बीजेपी और संघ से विचारधारा की लड़ाई लड़ेगी. राहुल गांधी ने कहा कि केवल कांग्रेस ही बीजेपी और संघ से मुकाबला कर सकती है, क्योंकि वह सच्चे राष्ट्रवाद का पक्षधर है और अपनी विचारधारा पर स्पष्ट है. कांग्रेस ने अपने प्रस्ताव में यह भी कहा कि बीजेपी द्वारा संविधान पर किए गए हमले के खिलाफ वह संघर्ष करेगी.
कांग्रेस ने अपनी राजनीतिक लाइन में सामाजिक न्याय को प्रमुख स्थान दिया है. राहुल गांधी ने वादा किया कि वह ओबीसी, दलित और अल्पसंख्यक वर्गों के हितों की रक्षा करेंगे. उन्होंने जातिगत जनगणना और आरक्षण की सीमा को खत्म करने की बात की. कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने एससी-एसटी और ओबीसी के अधिकारों पर हमला किया है.
इंडिया गठबंधन पर जोर
कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन को मजबूती से आगे बढ़ाने की योजना बनाई है. पार्टी ने कहा कि वह भविष्य में भी इस गठबंधन के तहत काम करेगी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गठबंधन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इसे मजबूत करने के लिए पार्टी प्रतिबद्ध है.
गुजरात में बीजेपी को चुनौती देने की रणनीति
कांग्रेस ने 2027 के चुनाव में गुजरात जीतने का लक्ष्य तय किया है. पार्टी ने बताया कि अगर गुजरात में बीजेपी को हराया गया, तो देश के बाकी हिस्सों में भी बीजेपी का विजय रथ रुक सकता है. कांग्रेस ने गुजरात के चुनावों के लिए पूरी तैयारी कर ली है और भविष्य के लिए रणनीति तैयार की है.
कांग्रेस का संगठन पर जोर
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी नेताओं को सख्त संदेश दिया कि जो काम में भाग नहीं लेते, उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पार्टी के पदों पर बैठे लोग अगर सक्रिय नहीं रहते, तो उन्हें आराम करने का समय आ गया है. साथ ही उन्होंने जिला अध्यक्षों को अधिकार देने और उम्मीदवारों के चयन में उनकी भूमिका को महत्वपूर्ण बनाने का ऐलान किया.


