Bihar: बिहार विधानसभा में कल नीतीश की असली परीक्षा, फ्लोर टेस्ट के लिए हैदराबाद से निकले कांग्रेस विधायक
Bihar Floor Test: बिहार में सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले सभी राजनीतिक दल अपने-अपने विधायकों को एकजुट कर रही है. मौजूदा आंकड़ों में यह साफ है कि नीतीश कुमार के पास बहुमत है. वो बिना किसी परेशानी के बहुमत साबित करने में सफल हो सकते हैं.
Floor Test In Bihar: बिहार विधानसभा में कल सोमवार, (12 फरवरी) को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की असली परीक्षा होने वाली है. फ्लोर टेस्ट से पहले सभी राजनीतिक दल अपने-अपने विधायकों को एकजुट करने की कोशिश में लगी हुई है. जहां एक ओर पटना में मंत्री विजय चौधरी के आवास पर जेडीयू विधायकों की बड़ी बैठक चल रही है, वहीं दूसरी ओर बिहार पूर्व डिप्टी डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपने आवास पर आरजेडी के सभी विधायकों को शनिवार से ही रोक रखा है. वहीं अब बोधगया में बैठक करने के बाद बीजेपी विधायकों को भी बस से पटना लाया जा रहा है.
मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी विधायक पटना पहुंचेंगे, जिसके बाद सारे विधायक सीधे बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा के आवास पर जाएंगे. जानकारी के अनुसार विजय सिन्हा के आवास में ही विधायको के भोजन की व्यवस्था की गई है. सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले बीजेपी भी आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस की तरह अपने विधायकों को एकजुट करने में लगी है.
नीतीश के लिए मुसीबत बन सकते हैं मांझी के विधायक
मौजूदा आंकड़ों में यह साफ है कि नीतीश कुमार के पास बहुमत है. वो बिना किसी परेशानी के बहुमत साबित करने में सफल हो सकते हैं. लेकिन नीतीश के लिए सबसे परेशानी की बात यह है कि अगर लालू यादव की रणनीति कामयाब हुई तो मांझी के साथ-साथ जदयू के कुछ विधायक नीतीश के खिलाफ वोटिंग कर सकते हैं. शनिवार को राजधानी पटना में हुई मीटिंग में जदयू के कुछ विधायक नहीं पहुंचे थे. सबसे गौर करने की बात यह है कि नीतीश कुमार ने जब पलटी मारी थी, तभी से राजद की ओर से खेला शब्द बार-बार उछाला जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, मांझी से लालू यादव से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी बात की है. ऐसे में अगर मांझी की पार्टी हम के चारों विधायक आरजेडी का समर्थन कर देते तो नीतीश के लिए मुसीबत बढ़ सकती है.
आरजेडी को 8 विधायकों की जरूरत
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीट हैं. जिसमें नीतीश कुमार की जदयू-बीजेपी और मांझी की हम पार्टी को मिलाकर 128 विधायक हैं. हालांकि, बहुमत के लिए कुल 122 विधायकों की आवश्यकता है. वहीं, आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन के पास कुल 114 विधायक हैं. महागठबंधन को सरकार बनाने के लिए 8 विधायकों की जरूरत है.